
गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रामपुर नयागांव में तीन लाख रुपये के विवाद ने भाई को बहन का कातिल बना दिया। 19 वर्षीय नीलम निषाद की हत्या उसके सगे भाई रामआशीष निषाद ने घर में ही रस्सी से गला दबाकर की और शव को बोरे में भरकर बाइक से करीब 70 किलोमीटर दूर कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया के गन्ने के खेत में फेंक आया।
27 अक्टूबर की शाम पांच बजे नीलम घर से निकली थी और फिर नहीं लौटी। बहन इसरावती देवी ने रात में 112 पर गुमशुदगी की सूचना दी और अगले दिन थाने में तहरीर देकर रामआशीष पर हत्या की आशंका जताई। परिवार का कहना था कि तीन साल पहले जमीन अधिग्रहण के मुआवजे से मिले पैसे और नीलम की शादी के लिए रखे तीन लाख रुपये को लेकर दोनों में लगातार झगड़ा चल रहा था। रामआशीष बार-बार रुपये मांगता और न मिलने पर जान से मारने की धमकी देता था।
पुलिस ने रामआशीष को हिरासत में लिया तो पहले उसने गुमराह करने की कोशिश की और कहा कि वह कुशीनगर के कप्तानगंज में पत्नी के पास गया था। लेकिन सर्विलांस, सीडीआर और सीसीटीवी फुटेज ने उसकी पोल खोल दी। फुटेज में साफ दिख रहा था कि सोमवार शाम को वह बोरे में कुछ भारी सामान भरकर बाइक पर ले जा रहा था और गली के मोड़ पर बोरा कई बार गिरा जिसे वह जल्दी-जल्दी उठाकर भागता रहा। स्थानीय महिला सुदामी देवी ने भी उसे बोरा ले जाते देखने की बात पुलिस को बताई। साक्ष्यों के दबाव में रामआशीष टूट गया और अपना जुर्म कबूल कर लिया। बुधवार देर रात उसकी निशानदेही पर शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
पिता चिंकू निषाद ने बताया कि रामआशीष पेशे से राजगीर है और पत्नी रेनू व बेटी के साथ अलग रहता था। नवरात्र से पत्नी-बेटी कप्तानगंज मायके में हैं और तब से उसका व्यवहार बदल गया था। आए दिन मरने-मारने की बात करता था। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने पुष्टि की कि आरोपी ने रस्सी से गला दबाकर हत्या करना और शव गन्ने के खेत में फेंकना स्वीकार कर लिया है। पूछताछ जारी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।





