
शाहजहांपुर जिले के चौक कोतवाली क्षेत्र के बग्गूघाट या हयातपुरा इलाके में बुधवार दोपहर खन्नौत नदी किनारे जुआ खेल रहे लोगों पर पुलिस की छापेमारी के दौरान भगदड़ मच गई। इसी अफरा-तफरी में 25-27 वर्षीय ट्रांसपोर्ट मैनेजर कोविद तिवारी नदी में कूद गया और डूबकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई। बाकी जुआरी तैरकर किनारे पार हो गए लेकिन कोविद तैर नहीं सके।
मोहल्ला बाबूजई शिवाजीपुरम के निवासी कोविद दोपहर में खाना खा रहे थे तभी चार लोगों ने फोन कर बुलाया। वहां पहुंचे तो जुआ चल रहा था। पुलिस की पेट्रोलिंग के दौरान शोर सुनकर सभी भागे और नदी की ओर कूद पड़े। एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि कोविद जुआ नहीं खेल रहे थे, बस वहां खड़े थे। बाकी लोग बच निकले लेकिन कोविद नहीं। गोताखोर्स की मदद से उनका शव बरामद हुआ और अस्पताल ले जाते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया। भाई शोभित ने कहा कि चारों ने साजिश रचकर कोविद का मोबाइल, पर्स लूटा और नदी में धक्का दिया। गुस्से में परिजनों ने पूर्व मंत्री कृष्णाराज के आवास के पास सड़क जाम कर दी। नगर मजिस्ट्रेट प्रवेंद्र कुमार और सीओ सिटी पंकज पंत ने एक घंटे की मशक्कत के बाद जाम खुलवाया। पोस्टमॉर्टम हाउस पर भी हंगामा हुआ, परिजनों ने पुलिस से नोकझोंक की और कई थानों की फोर्स तैनात करनी पड़ी। पुलिस ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया।
मां-बहन का दर्द देख रुक गईं सबकी सांसें:
कोविद के शव से मां सरस्वती देवी लिपटकर फूट-फूटकर रोईं और शव नहीं छोड़ने की जिद करने लगीं। महिलाओं ने किसी तरह उन्हें अलग किया। तभी बहन मोर्चरी में घुस गई और भाई के शव से लिपट गई। उसे भी बाहर निकालना मुश्किल हुआ। नम हो गईं हर आंखें। दो दिन पहले ही परिवार उनकी शादी के लिए लड़की देखने गया था। यह घटना ने उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया।
एसपी ने तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। जांच जारी है।





