दिल्ली ISIS मॉड्यूल: कट्टरपंथ की गहराई जांचने को पॉलिग्राफी टेस्ट, 1000 युवाओं को जोड़ने की साजिश

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो संदिग्ध ISIS ऑपरेटिव्स—मोहम्मद अदनान खान उर्फ अबू मुहरिब (19, सादिक नगर, दिल्ली) और अदनान खान उर्फ अबू मोहम्मद (20, भोपाल)—का पॉलिग्राफी टेस्ट कराने का फैसला किया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि यह टेस्ट उनकी कट्टरपंथी सोच की गहराई जानने के लिए जरूरी है।

संभावना है कि मनोवैज्ञानिक परीक्षण भी कराया जाए। दोनों गुरुवार को गिरफ्तार हुए थे, और उनके मोबाइल से बयअह (ISIS को वफादारी की शपथ) लेने का वीडियो, कट्टरपंथी प्रोपेगैंडा वीडियो और 2-3 अन्य क्लिप्स बरामद हुई हैं। जांच में पता चला कि वे सीरिया-तुर्की सीमा पर सक्रिय एक हैंडलर के निर्देश पर दिवाली पर दक्षिण दिल्ली के मॉल और पार्क में IED ब्लास्ट की साजिश रच रहे थे।

स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मोबाइल डेटा रिकवर किया जा रहा है। दोनों रोज नई इंस्टाग्राम आईडी बनाते और एक दिन में डिलीट कर देते थे। वे 1000 से अधिक युवाओं को ISIS से जोड़ने की कोशिश कर चुके थे। अबू मोहम्मद (भोपाल वाला) ने कट्टरपंथी वीडियो हिंदी में डब किए, जबकि दिल्ली वाला अदनान ने उन्हें टाइटल देकर अपलोड किया। हैंडलर ने बम बनाने के वीडियो भेजे थे, और दिल्ली में संभावित धमाकों के फोटो (मॉल, पार्क) ISIS को भेजे गए थे।

कट्टरपंथ की गहराई जानने को पॉलिग्राफी टेस्ट

कुशवाहा ने कहा, “ये कितने कट्टर हो चुके हैं, यह जानने के लिए पॉलिग्राफी टेस्ट जरूरी है। मनोवैज्ञानिक परीक्षण भी संभव है।” दोनों ने काले कपड़ों और ISIS झंडे के सामने बयअह वीडियो रिकॉर्ड किया था। जांच में पता चला कि हैंडलर अबू हफ्स अल-हाशिमी अल-कुरैशी ने उन्हें मीडिया प्रभारी बनाया था। वे युवाओं को बरगलाकर आत्मघाती हमलों के लिए तैयार करते थे। कुरैशी ने “आग में कूदने” का आदेश दिया था, जिसे वे मानते। पैसे की जरूरत न होने से वे धर्म के नाम पर कुछ भी करने को तैयार थे।

रैडिकलाइजेशन की कहानी

दिल्ली वाला अदनान (अबू मुहरिब) एक ड्राइवर के बेटे हैं, जिन्होंने डेटा इंफॉर्मेटिक्स डिप्लोमा किया। भोपाल वाला अदनान (अबू मोहम्मद) मिडिल क्लास परिवार से हैं—पिता अकाउंटेंट, मां लोकल एक्ट्रेस। 2020 के बाद मस्जिदों से जुड़े सोशल मीडिया ग्रुप्स में घुसा, 2024 में यूपी ATS ने ज्ञानवापी जज को धमकी देने पर गिरफ्तार किया। जमानत पर रिहा होने के बाद रैडिकलाइजेशन तेज हुआ। अदनान ने वीडियो एडिटिंग सीखी और प्रोपेगैंडा क्लिप्स शेयर करने लगा। दोनों 8 महीने पहले संपर्क में आए। हैंडलर ने दिल्ली मॉल-पार्क पर हमले का प्लान बनाया।

गिरफ्तारी और जब्ती

स्पेशल सेल ने सादिक नगर और भोपाल में समन्वित ऑपरेशन चलाया। अदनान (भोपाल) को यूपी ATS के साथ पकड़ा। बरामद सामान में पेन ड्राइव (बयअह वीडियो), ISIS झंडा, मोबाइल, हार्ड डिस्क, लैपटॉप, IED टाइमर, मोलोटोव कॉकटेल, प्लास्टिक बम और जिहादी मैनुअल शामिल हैं। अदनान (दिल्ली) ने वीडियो एडिटिंग से प्रोपेगैंडा फैलाया। पुलिस ने कहा कि यह दिवाली हमले को नाकाम करने वाली बड़ी सफलता है।

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