
छठ महापर्व की धूम में पूर्वांचल और बिहार जाने वाले यात्रियों को रेल व हवाई यात्रा में भारी परेशानी हो रही है। गोरखपुर सहित पूर्वांचल के जिलों और बिहार के लिए ट्रेनों में कन्फर्म सीटें नहीं मिल रही हैं, जबकि स्पेशल ट्रेनें भी फुल चल रही हैं। यात्रियों को बसों से ही थोड़ी राहत मिल रही है, जहां रोडवेज ने 300 अतिरिक्त बसें तैनात की हैं।
दूसरी ओर, विमानों का किराया आम दिनों से तिगुना हो गया है। शनिवार से स्टेशनों व बस अड्डों पर यात्रियों का कारवां उमड़ पड़ेगा, जिससे हालात और जटिल हो सकते हैं।
छठ के लिए लखनऊ से पटना, गोरखपुर, बस्ती, देवरिया, बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ आदि जिलों जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग चालू है। लखनऊ से पटना जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की चेयरकार में शनिवार को 120 वेटिंग है। कुंभ एक्सप्रेस में रिजर्वेशन फुल है, श्रमजीवी एक्सप्रेस की स्लीपर में 25 तथा थर्ड एसी में 33 वेटिंग चल रही है। लखनऊ जंक्शन-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस की चेयरकार में 32 वेटिंग है। पंजाब मेल, फरक्का एक्सप्रेस में भी सीटें उपलब्ध नहीं हैं। स्पेशल ट्रेनें भी फुल हैं।
इसी तरह, लखनऊ से गोरखपुर जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति में रिजर्वेशन फुल है। गोरखधाम एक्सप्रेस, गोरखपुर हमसफर में भी कन्फर्मेशन नहीं मिल रहा। सप्तक्रांति एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस में वेटिंग है। पूर्वांचल के अन्य जिलों के लिए भी यही स्थिति है। इंडियन रेलवे ने छठ के लिए 1,500 स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, लेकिन डिमांड इतनी अधिक है कि टिकटें तुरंत बुक हो जा रही हैं। यात्रियों को वेटलिस्ट में रहना पड़ रहा है, जिससे कई लोग बसों या कार पूलिंग पर निर्भर हो गए हैं।
हवाई यात्रा भी महंगी हो गई है। लखनऊ से सुबह 9:25 बजे पटना जाने वाली इंडिगो एयरलाइंस की सीधी उड़ान का किराया 13,012 रुपये पहुंच गया है, जबकि आम दिनों में यह 4-5 हजार रुपये होता है। रविवार को यह 12,067 रुपये है। लखनऊ से गोरखपुर की सीधी उड़ान बंद होने से कनेक्टिंग फ्लाइट्स का किराया 19 हजार रुपये से अधिक हो गया है। एयरवॉक ट्रेवल एजेंसी के मालिक आतिफ ने बताया कि गोरखपुर के लिए यात्री इमरजेंसी में ही कनेक्टिंग फ्लाइट बुक करवा रहे हैं; ज्यादातर ट्रेन या बस चुनते हैं। छठ की वजह से किराए में 500-700% की बढ़ोतरी हुई है।
बसों से यात्रियों को राहत, 300 अतिरिक्त बसें
रोडवेज प्रशासन ने छठ पर यात्रियों की सुविधा के लिए रेगुलर के अलावा 300 अतिरिक्त बसें तैनात की हैं। ये बसें लखनऊ के आलमबाग, चारबाग, कैसरबाग और कमता बस अड्डों से हर आधे घंटे पर चलेंगी। बसें गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, बहराइच, कुशीनगर, महाराजगंज, देवरिया, बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ आदि जिलों के लिए उपलब्ध होंगी।
प्राइवेट बसों के किराए भी 3,500-4,000 रुपये प्रति सीट हो गए हैं, लेकिन रोडवेज बसें सस्ती और विश्वसनीय साबित हो रही हैं। कई यात्री कार पूलिंग ऐप्स पर शिफ्ट हो गए हैं, खासकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर।





