
दिल्ली पुलिस ने शनिवार तड़के महरौली इलाके में एक वांछित अपराधी कोकू पहाड़िया (उपनाम कनिष्क उर्फ विशाल) को एनकाउंटर में घायल कर गिरफ्तार कर लिया। हथियारों की तस्करी सहित कई मामलों में वांछित पहाड़िया ने भागने की कोशिश में पुलिस टीम पर गोली चलाई, जिसके जवाब में हुई फायरिंग में उसे गोली लग गई।
इस दौरान दो पुलिसकर्मियों की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोलियां चलीं, जबकि एक कांस्टेबल के हाथ में मामूली चोट आई। घायल आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। विशेष खुफिया सूचना पर लादो सराय स्मशान घाट रोड पर लगाए गए नाके पर यह मुठभेड़ हुई।
दक्षिण दिल्ली के महरौली क्षेत्र में सुबह करीब 3:15 बजे यह एनकाउंटर हुआ। खुफिया इनपुट के आधार पर स्पेशल सेल ने नाका लगाया था। पहाड़िया ने भागने के लिए पुलिस पर फायरिंग की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लग गई। आरोपी हथियारों की तस्करी, हत्या और अन्य संगीन अपराधों में वांछित था। उसके कब्जे से हथियार और अन्य सामग्री बरामद की गई है। डीसीपी साउथ ने बताया कि आरोपी को पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। यह एनकाउंटर दिल्ली में अपराधियों के मनोबल को तोड़ने का संकेत है।
दो दिन पहले रोहिणी में बिहार गैंग का सफाया
बीते गुरुवार को दिल्ली के रोहिणी इलाके में दिल्ली और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने बिहार के सिग्मा गैंग के चार मोस्ट वांछित अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराया। यह मुठभेड़ बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात करीब 2:20 बजे बहादुर शाह मार्ग पर डॉ. आंबेडकर चौक और पंसाली चौक के बीच हुई। मारे गए अपराधियों की पहचान रंजन पाठक (25), बिमलेश महतो उर्फ बिमलेश साहनी (25), मनीष पाठक (33) और अमन ठाकुर (21) के रूप में हुई। रंजन, बिमलेश और मनीष बिहार के सीतामढ़ी जिले के निवासी थे, जबकि अमन दिल्ली के करवाल नगर का रहने वाला था।
ये चारों अपराधी आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में आतंक मचाने की साजिश रच रहे थे। सिग्मा एंड कंपनी गैंग के सरगना रंजन पाठक पर 50,000 रुपये का इनाम था और वह 8 आपराधिक मामलों में फरार था, जिनमें हत्या, लूट और उगाही शामिल हैं। चारों ने नेपाल बॉर्डर से संचालित होकर बिहार के सीतामढ़ी, दरभंगा और झारखंड में अपराध किए थे। खुफिया सूचना पर संयुक्त टीम ने कई दिनों की निगरानी के बाद छापा मारा। अपराधियों ने सफेद मारुति सुजुकी बलेनो कार से आकर पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में चारों घायल हो गए। उन्हें रोहिणी के डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मुठभेड़ में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए, जिनका इलाज चल रहा है। अपराधियों के कब्जे से एक बलेनो कार, तीन अर्ध-स्वचालित पिस्तौलें और एक देशी पिस्तौल बरामद हुई। अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त सुरेंद्र सिंह ने बताया कि यह दिल्ली में हाल के वर्षों की सबसे बड़ी मुठभेड़ों में से एक है। चारों अपराधी कई दिनों से दिल्ली में छिपे थे। वरिष्ठ अधिकारी और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया। बिहार चुनावों से पहले यह कार्रवाई अपराधियों के मनोबल को तोड़ने वाली है।





