
उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक केंद्र अयोध्या में रविवार को आयोजित नौवें दीपोत्सव का भव्य आयोजन भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक की थीम पर हुआ, लेकिन कार्यक्रम में सियासी हलचल ने सबका ध्यान खींच लिया।
राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक अचानक अयोध्या न पहुंच सके, जबकि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी अपना दौरा रद्द कर दिया। इस घटना ने भाजपा सरकार के आंतरिक समीकरणों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर तीखा तंज कसते हुए इसे ‘डबल इंजन’ की खराबी बताया।
डिप्टी सीएम और राज्यपाल का अचानक अनुपस्थित होना
अयोध्या के रामकथा पार्क में 90 फीट के विशाल मंच पर राम दरबार सजने के साथ ही कार्यक्रम की शुरुआत हुई, लेकिन मुख्य अतिथियों में दोनों उपमुख्यमंत्रियों की कमी साफ नजर आई। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक आधिकारिक पत्र जारी कर कहा कि ‘अपरिहार्य कारणों’ से उनका अयोध्या जाने का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। वहीं, ब्रजेश पाठक ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया, हालांकि विभागीय सूत्रों का कहना है कि पहले से निर्धारित बैठकों की व्यस्तता के चलते वे शामिल नहीं हो सके।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी दीपोत्सव में शिरकत करने का अपना प्लान कैंसल कर दिया, जिसकी आधिकारिक पुष्टि राजभवन से हुई। यह घटना अयोध्या विकास प्रोजेक्ट और भाजपा की सांस्कृतिक राजनीति पर सवाल खड़े कर रही है, खासकर जब कार्यक्रम में 26 लाख दीयों से विश्व रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य था।
अखिलेश का सियासी तंज: ‘डबल इंजन में डबल डिब्बे टकरा रहे’
इस अनुपस्थिति पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने X (पूर्व ट्विटर) पर व्यंग्यात्मक पोस्ट कर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, “भाजपा में डबल इंजन ही नहीं, इंजन से डबल डिब्बे भी टकरा रहे हैं। उस भाजपा से क्या उम्मीद करना, जो वर्चस्ववादी सोच के अहंकार में डूबी है और अपनों की ही सगी नहीं है।”
अखिलेश ने आगे कहा, “जनता पूछ रही है कि उप्र भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री के दोनों पद समाप्त कर दिए गए हैं क्या?” उन्होंने सांसद अवधेश प्रसाद का नाम लिए बिना इशारा किया कि भाजपा सरकार ने अयोध्या के PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) सांसद को दीपोत्सव में आमंत्रित न करने से PDA समाज बेहद आहत है। उनका यह बयान सपा की PDA रणनीति को मजबूत करने का प्रयास नजर आता है, जो 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर दिया गया लगता है।
अखिलेश का यह तंज भाजपा के आंतरिक गुटबाजी पर केंद्रित है, जहां ओबीसी नेताओं जैसे केशव मौर्य को ‘मार्जिनलाइज्ड’ करने के आरोप लगते रहे हैं। सपा समर्थक इसे सरकार की ‘अंदरूनी कलह’ का प्रमाण मान रहे हैं, जबकि भाजपा ने अभी तक चुप्पी साध रखी है। अयोध्या के दीपोत्सव में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने तीन विश्व रिकॉर्ड (26 लाख दीये, 2100 अर्चकों की आरती, 1100 ड्रोन शो) का ऐलान किया था, लेकिन सियासी अनुपस्थिति ने कार्यक्रम की चमक पर साया डाल दिया।