अयोध्या में दीपोत्सव की धूम: राम राज्याभिषेक की थीम पर भव्य सजावट, तीन नए विश्व रिकॉर्ड की तैयारी; 26 लाख दीयों से जगमगाएंगे घाट

अयोध्या में नौवें दीपोत्सव का आयोजन भव्य रूप से हो रहा है, जो भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक समारोह को समर्पित है। रामकथा पार्क को राज दरबार की थीम पर सजाकर तैयार किया गया है, जहां 90 फीट चौड़े विशाल मंच पर आज शाम राम दरबार सजेगा।

मंच के नीचे साधु-संतों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विराजमान होंगे, जो परम सत्ता के चरणों में राज सत्ता के समर्पण का प्रतीक होगा। यह दृश्य दर्शनियों के लिए अविस्मरणीय अनुभव साबित होगा।

झांकियों की शोभायात्रा ने शहर को रोमांच से भर दिया। साकेत महाविद्यालय से शुरू हुई इस यात्रा को पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कई जनप्रतिनिधियों और भाजपा नेताओं के साथ झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा में महिलाओं के समूह ने सिर पर मटकी रखकर विशेष लोक नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जगह-जगह लोगों ने फूलों की वर्षा और जयकारों से स्वागत किया। परिसर ‘जय श्रीराम’ के नारों से गूंज उठा, जबकि मनमोहक झांकियां रामकथा के विभिन्न प्रसंगों को जीवंत कर रही थीं।

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस बार अयोध्या दीपोत्सव में तीन नए विश्व रिकॉर्ड स्थापित करेगी, जो पिछले कीर्तिमानों को पीछे छोड़ देंगे। पहला रिकॉर्ड 26 लाख 11 हजार 101 दीयों के एक साथ प्रज्वलन से बनेगा, जो राम की पैड़ी और 56 घाटों पर सजेंगे। दूसरा रिकॉर्ड सरयू आरती के दौरान 2100 अर्चकों की भागीदारी से हासिल होगा, जबकि तीसरा 1100 ड्रोन शो के माध्यम से साकार होगा।

पिछले वर्ष 25 लाख 12 हजार 585 दीयों का रिकॉर्ड टूटेगा, और आरती में भी 1151 से दोगुना से अधिक प्रतिभागी होंगे। गुड़नेस वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे, जो ड्रोन से दीयों की गिनती करेंगे।

मंत्री ने कहा कि दीपोत्सव भव्यता, समृद्धि और एकता का प्रतीक है। यह उत्सव भारत को विश्व गुरु बनाने का संदेश देता है। 2017 से शुरू हुए इस आयोजन ने देश-विदेश को आकर्षित किया है।

इस वर्ष 18 से 20 अक्टूबर तक चलने वाले चार दिवसीय उत्सव में लेजर शो, सांस्कृतिक कार्यक्रम और 33,000 स्वयंसेवकों की भागीदारी रहेगी। अयोध्या अब आध्यात्मिक पर्यटन का वैश्विक केंद्र बन चुकी है।

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