
उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों और कर्मचारियों के लिए दिवाली-छठ पर घर लौटना इस साल पहले से कहीं ज्यादा कठिन और महंगा साबित हो रहा है। ट्रेनों में लंबी वेटिंग और स्पेशल ट्रेनों की अनिश्चितता ने यात्रियों को विमानों की ओर धकेल दिया है, जहां किराए आसमान छू रहे हैं। लखनऊ से मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों के एयर टिकट सामान्य से 4-5 गुना बढ़कर 25 हजार रुपये से ऊपर पहुंच गए हैं।
दूसरी ओर, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने 52 स्पेशल ट्रेनों का प्रस्ताव भेजा है, लेकिन रेल बोर्ड से मंजूरी न मिलने से ये ट्रेनें पटरी पर नहीं उतर सकी हैं। दशहरा बीत चुका है, और दीवाली-छठ सिर पर हैं, ऐसे में यात्रियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
एयर टिकटों पर आसमान छूते किराए: यात्रियों की जेब ढीली
ट्रेनों में कन्फर्म टिकट न मिलने से यात्री विमानों पर निर्भर हो रहे हैं, जिससे किराए में भारी उछाल आ गया है। सामान्य दिनों में 3,000-5,000 रुपये में मिलने वाले टिकट अब 20,000-30,000 रुपये तक पहुंच गए हैं। यह वृद्धि मांग के कारण है, जहां एयरलाइंस ने क्षमता बढ़ाई, लेकिन डिमांड ज्यादा है। DGCA ने एयरलाइंस को किराए नियंत्रित रखने को कहा है, लेकिन फेस्टिवल सीजन में यह कठिन साबित हो रहा है।
नीचे दी गई तालिका में लखनऊ से प्रमुख शहरों के एयर टिकटों की तुलना है (26 अक्टूबर 2025 के लिए अनुमानित किराए, विभिन्न एयरलाइंस के औसत पर आधारित):
मार्ग | सामान्य किराया (रुपये) | दिवाली किराया (रुपये) | वृद्धि (%) | एयरलाइंस उदाहरण |
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लखनऊ-मुंबई | 4,500-5,000 | 17,000-29,000 | 300-500 | इंडिगो: 24,336; एयर इंडिया: 25,723 |
लखनऊ-दिल्ली | 3,000-3,500 | 8,000-22,000 | 200-600 | इंडिगो: 8,248; एयर इंडिया: 15,523 |
लखनऊ-बेंगलुरु | 7,000-8,000 | 16,000-23,000 | 100-200 | अकासा: 16,301; इंडिगो: 20,992 |
स्रोत: Upstox, Moneycontrol, ixigo और Yatra.com के आंकड़े (अक्टूबर 2025 तक)। किराए में 20-25% की गिरावट के दावे के बावजूद, पीक डेट्स पर 300% तक उछाल देखा जा रहा है। यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि जल्द बुकिंग करें, क्योंकि दिवाली के बाद रिटर्न फ्लाइट्स (27-30 अक्टूबर) और महंगी होंगी।
स्पेशल ट्रेनों का इंतजार: 52 प्रस्ताव अटके, यात्रियों की परेशानी बढ़ी
ट्रेनों में वेटिंग 100-200 तक पहुंच गई है, खासकर लखनऊ-दिल्ली, मुंबई, पटना, कोलकाता, चंडीगढ़, जम्मू, अहमदाबाद और हावड़ा रूट्स पर। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए 52 स्पेशल ट्रेनों का प्रस्ताव रेल बोर्ड को भेजा है, जिसमें समयसारिणी, रैक और बोगी की व्यवस्था पूरी हो चुकी है। लेकिन मंजूरी न मिलने से ये ट्रेनें शुरू नहीं हो सकीं। सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने कहा, “प्रस्ताव भेजा गया है, अनुमति का इंतजार है। मंजूरी मिलते ही ट्रेनें चलाई जाएंगी।”
दैनिक यात्री एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएस उप्पल ने चेतावनी दी, “दीवाली-छठ सिर पर हैं। कन्फर्म टिकट न मिलने पर यात्री विमानों पर निर्भर हैं। मंजूरी न मिली तो मुश्किलें बढ़ेंगी।” रेलवे ने अन्य मंडलों में पूजा स्पेशल ट्रेनें शुरू की हैं, लेकिन लखनऊ मंडल की प्रतीक्षा यात्रियों को परेशान कर रही है। सूत्रों के अनुसार, ये 52 ट्रेनें पटना, कोलकाता, चंडीगढ़, जम्मू, अहमदाबाद, दिल्ली और मुंबई रूट्स पर चलेंगी, जो हजारों यात्रियों को राहत देंगी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अक्टूबर 2025 में 763 पूजा स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की, जो 10,782 ट्रिप्स करेंगी। नॉर्दर्न रेलवे में सबसे ज्यादा (1,925 ट्रिप्स, 52 ट्रेनों पर) होंगी, लेकिन लखनऊ मंडल का हिस्सा अटका है।
यात्रियों की मुश्किलें: ट्रेन वेटिंग, महंगे टिकट और विकल्प
- ट्रेन समस्या: लखनऊ-मुंबई/दिल्ली रूट्स पर वेटिंग 150+, कन्फर्म टिकट मिलना मुश्किल।
- विकल्प: वंदे भारत एक्सप्रेस बुक हो चुकी, प्राइवेट बसें और कार पूलिंग बढ़ रही हैं, लेकिन महंगे।
- सलाह: IRCTC ऐप पर वेटलिस्ट क्लियरेंस चेक करें, या एयरलाइंस की सेल/डिस्काउंट का फायदा लें।