
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बड़ा ऐलान किया। अखिलेश ने कहा कि जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) को बिकने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने जयप्रकाश जी के संपूर्ण क्रांति के नारे को आज भी प्रासंगिक बताते हुए कहा कि देश तभी खुशहाल होगा जब समाजवादी मूल्यों पर चलेगा।
अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से कहा, “हम आज लोकनायक जयप्रकाश जी को याद कर रहे हैं। उनकी जयंती पर हम संकल्प लेते हैं कि JPNIC, जो एक सोशलिस्ट लीडर को समर्पित देश का बेहतरीन म्यूजियम और स्मारक है, उसे बिकने नहीं देंगे। संपूर्ण क्रांति का नारा आज भी देश को रास्ता दिखाता है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि जमीन पर संघर्ष ही उनकी लड़ाई को कामयाब बनाएगा। “हमारा सिद्धांत नहीं बदला। जितना हम जमीन पर काम करेंगे, उतनी हमारी लड़ाई मजबूत होगी।”
बीजेपी पर तीखा हमला
अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर निशाना साधा। तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी के भारत दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “एक वीडियो देखा कि हमारे विदेश मंत्री तालिबान के मंत्री को रिसीव कर रहे है, और हमारे मुख्यमंत्री तालिबान को क्या कहते हैं? यह दोहरा चरित्र है।” उन्होंने बीजेपी पर समाजवादी मूल्यों और सामाजिक न्याय के मुद्दों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।
अखिलेश ने बिहार विधानसभा चुनाव पर भी बात की और कहा कि जहां बुलाया जाएगा, वहां जाएंगे। उन्होंने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) रणनीति पर जोर देते हुए कहा, “बीजेपी के लोग पीडीए से घबराए हुए हैं। वे इसे जातीय समीकरण कहकर अपनी होशियारी दिखाते हैं, लेकिन हारने पर हाईकोर्ट भागते हैं।”
उन्होंने बीजेपी पर उनके निजी और आधिकारिक कार्यक्रमों को लीक करने का भी गंभीर आरोप लगाया। “बीजेपी और उनके अधिकारी मिलकर मेरा कार्यक्रम जारी कर रहे हैं और अपने चैनलों से उसे बढ़ावा दे रहे हैं।”
आईपीएस पूरन आत्महत्या और जातिवाद पर सवाल
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले पर अखिलेश ने गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “एक आईपीएस ने जातिगत अपमान और प्रताड़ना के कारण आत्महत्या कर ली। यह देश के लिए शर्मनाक है। और तो और, एक चीफ जस्टिस पर जूता फेंकने की घटना हुई। इससे खराब स्थिति क्या हो सकती है?” उन्होंने सरकार से इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
JPNIC और समाजवादी मूल्य
अखिलेश ने JPNIC को समाजवादी विचारधारा का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह देश में एकमात्र ऐसा स्मारक है जो समाजवादी लीडर को समर्पित है। उन्होंने इसके महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इसे बचाने के लिए सपा हर स्तर पर संघर्ष करेगी। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से जमीन पर उतरकर समाजवादी मूल्यों को बढ़ाने का आह्वान किया और कहा कि आधी आबादी यानी महिलाओं को बराबर का अधिकार दिए बिना कोई समाज खुशहाल नहीं हो सकता।
सियासी संदेश और भविष्य की रणनीति
अखिलेश का यह बयान बिहार और उत्तर प्रदेश की सियासत में सपा की स्थिति को मजबूत करने का संदेश देता है। बीजेपी पर तालिबान और जातिवाद जैसे मुद्दों पर हमला करके उन्होंने विपक्षी गठबंधन को और सक्रिय करने का संकेत दिया है। बिहार में सपा की सहयोगी राजद के साथ मिलकर वह पीडीए रणनीति को और धार दे सकते हैं। JPNIC को बचाने का संकल्प सपा के समाजवादी आधार को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।