
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा के साथ ही 5 अक्टूबर से आचार संहिता लागू हो चुकी है, लेकिन इसी बीच जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के प्रमुख और पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने वैशाली जिले के गनियारी गांव में बाढ़ पीड़ितों को नकद सहायता बांटकर हलचल मचा दी।
शुक्रवार (10 अक्टूबर 2025) को गंगा नदी के कटाव से प्रभावित परिवारों से मिलने पहुंचे पप्पू ने 2,000 से 3,000 रुपये तक की राशि प्रत्येक को दी, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इस घटना को आचार संहिता उल्लंघन मानते हुए वैशाली प्रशासन ने पप्पू यादव के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
घटना का विवरण: लिस्ट से नाम पढ़कर नकद बांटा
पप्पू यादव सहदेई प्रखंड के गनियारी गांव पहुंचे, जहां गंगा कटाव से सैकड़ों परिवार बेघर हो चुके हैं। ग्रामीणों ने अपनी परेशानियां बताईं, तो पप्पू ने स्थानीय पदाधिकारियों को फोन कर तत्काल राहत की मांग की। लेकिन डीएम का फोन न उठने पर उन्होंने खुद नकद सहायता बांटी। वीडियो में वे लिस्ट से नाम पढ़ते हुए एक-एक को रुपये देते नजर आ रहे हैं। पप्पू ने कहा, “बड़े नेता टिकट के चक्कर में व्यस्त हैं, लेकिन कटाव पीड़ितों से मिलने का समय किसी के पास नहीं।” उन्होंने वैशाली सांसद चिराग पासवान और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय पर निशाना साधा, “ये लोग जनता की सेवा से दूर हैं।”
वैशाली की 8 सीटों पर पहले चरण (6 नवंबर) में वोटिंग है, और नामांकन शुक्रवार से शुरू हो चुका है। पप्पू का यह दौरा महागठबंधन (RJD-कांग्रेस) के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश लगता है, लेकिन आचार संहिता (मतदान से 48 घंटे पहले नकद बांटना प्रतिबंधित) के उल्लंघन से विवाद बढ़ गया।
FIR दर्ज: आचार संहिता उल्लंघन का मामला
वैशाली प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की और पप्पू यादव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 171B (भ्रष्टाचार) और प्रतिनिधित्व जनता अधिनियम की धारा 125 के तहत FIR दर्ज की। DM वैशाली ने कहा, “वायरल वीडियो से स्पष्ट है कि नकद बांटा गया। जांच जारी है, और चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।” पप्पू ने FIR पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहा था, राजनीति नहीं। NDA की सरकार जनता को राहत देने के बजाय विपक्ष को दबाने में लगी है।”
राजनीतिक संदर्भ: पप्पू का महागठबंधन समर्थन और चुनावी माहौल
पप्पू यादव जन अधिकार पार्टी के प्रमुख हैं, जो 2024 लोकसभा में महागठबंधन का हिस्सा था। वे वैशाली या समीप की सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, और यह दौरा तेजस्वी यादव को मजबूत करने की कोशिश लगता है। NDA ने इसे “चुनावी स्टंट” बताया, जबकि RJD ने समर्थन किया। चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को हैं, नतीजे 14 नवंबर को। आचार संहिता के सख्त पालन पर आयोग ने चेतावनी दी है।