
हमास ने गाजा में शांति समझौते पर वार्ता शुरू करने की सहमति जता दी है। संगठठ ने शनिवार को घोषणा की कि वह ट्रंप के प्रस्तावित योजना के अधिकांश हिस्सों को स्वीकार करता है और बाकी शर्तों को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत को तैयार है। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस सप्ताह प्रस्तुत 20-सूत्री योजना के जवाब में आया है, जिसमें युद्धविराम, सभी बंधकों की रिहाई और गाजा की प्रशासनिक व्यवस्था शामिल है।
हमास की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जब इजरायल ने ट्रंप की अपील को दरकिनार कर गाजा पट्टी पर हवाई हमले जारी रखे। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में कम से कम छह फिलिस्तीनी मारे गए। एक हमले में गाजा शहर के एक आवासीय भवन पर हमला हुआ, जिसमें चार लोग मारे गए, जबकि दक्षिणी खान यूनिस में दूसरे हमले में दो अन्य की मौत हो गई। अमेरिका तनाव कम करने के प्रयासों में लगा हुआ है, लेकिन इजरायली सेना ने कहा कि ये कार्रवाइयां हमास के ठिकानों पर की गईं।
हमास ने पहले ही संकेत दे दिया था कि वह योजना के कुछ प्रमुख तत्वों, जैसे सत्ता त्यागना और 7 अक्टूबर 2023 के हमले में पकड़े गए सभी 48 बंधकों की रिहाई, को मानने को तैयार है। संगठन ने कहा कि बाकी मुद्दे, जैसे गाजा का भविष्य और हथियारों का निरस्त्रीकरण, फिलिस्तीनी गुटों के बीच परामर्श और अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर तय होंगे। हमास ने मध्यस्थ देशों कतर और मिस्र के माध्यम से वार्ता जारी रखने की इच्छा जताई है।
बंधकों की सुरक्षित वापसी का इंतजार: ट्रंप का बयान
दूसरी ओर, राष्ट्रपति ट्रंप ने हमास के बयान का स्वागत करते हुए इजरायल से गाजा पर बमबारी तुरंत रोकने की अपील की। उन्होंने व्हाइट हाउस से जारी एक वीडियो संदेश में कहा कि हमास “स्थायी शांति के लिए तैयार” लग रहा है और बंधकों को सुरक्षित निकालने के लिए सैन्य कार्रवाइयां रोकनी होंगी। ट्रंप ने कहा, “यह गाजा का मसला ही नहीं, बल्कि मध्य पूर्व में लंबे समय से चली आ रही शांति का सवाल है।”
वीडियो में ट्रंप ने योजना को साकार करने में मदद के लिए कतर, तुर्की, सऊदी अरब, मिस्र और जॉर्डन जैसे देशों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “मैं इन देशों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने इसे एक साथ लाने में मेरी मदद की – कतर, तुर्की, सऊदी अरब, मिस्र, जॉर्डन और कई अन्य। इतने सारे लोगों ने बहुत कड़ी मेहनत की। यह एक बड़ा दिन है।” ट्रंप ने बंधकों के घर लौटने की उम्मीद जताई, लेकिन स्वीकार किया कि कुछ की हालत गंभीर हो सकती है। उन्होंने कहा, “मैं बंधकों को अपने माता-पिता के पास घर लौटते देखने का इंतजार कर रहा हूं। दुर्भाग्य से, कुछ बंधकों की हालत गंभीर है, लेकिन उनके माता-पिता उन्हें उतना ही चाहते हैं जितना जीवित होते तो। यह एक बहुत खास दिन है, शायद कई मायनों में अभूतपूर्व।”
ट्रंप की योजना में 72 घंटों के अंदर सभी बंधकों की रिहाई, इजरायली सेना की धीमी वापसी, मानवीय सहायता का प्रवाह और गाजा में एक अंतरराष्ट्रीय “पीस बोर्ड” की स्थापना शामिल है। इजरायल ने योजना का समर्थन किया है, लेकिन हमास के शर्तों पर आगे बातचीत की संभावना बनी हुई है। कतर और मिस्र जैसे मध्यस्थों ने हमास के बयान का स्वागत किया है और तत्काल युद्धविराम की अपील की है।