आगरा में दहशत: वैवाहिक कलह से परेशान शिक्षिका मंजू का शव फंदे से लटका मिला, मायके वालों ने ससुराल पर हत्या का आरोप; पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र के नगला रामबल में शुक्रवार शाम एक प्राइमरी शिक्षिका का शव कमरे में फंदे से लटका मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतका मंजू (28) का मायका थाना शाहगंज के नगला छाउआ में था। ससुराल पक्ष ने इसे सुसाइड बताया, लेकिन मायके वालों ने पति मनोज (सरकारी स्कूल शिक्षक) और ससुराल वालों पर हत्या का गंभीर आरोप लगाते हुए करीब तीन घंटे तक हंगामा किया।

पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक जांच में वैवाहिक कलह और दहेज उत्पीड़न के पहलू सामने आए हैं।

वैवाहिक जीवन का दर्द: 9 महीने पहले हुई शादी, लेकिन कलह ने तोड़ा सब्र

मंजू की शादी इसी साल 16 जनवरी को फतेहपुर सीकरी के सरकारी स्कूल में तैनात शिक्षक मनोज से हुई थी। मंजू कासगंज के एक प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका थीं, जबकि मनोज आगरा के शाहदरा के नगला रामबल के निवासी हैं। मायके पक्ष के अनुसार, शादी से पहले ससुराल वालों ने लोन लिया था, जिसे चुकाने के लिए मंजू पर लगातार दबाव बनाया जाता था। मंजू के पति मनोज पर कमला नगर की एक युवती से अवैध संबंध का आरोप है, जिसका मंजू विरोध करती थीं। इसके चलते मनोज और ससुर जसवंत सिंह उन्हें नियमित मारपीट करते थे।

मंजू की बहन अंजू ने बताया, “बृहस्पतिवार को मंजू का भाई करवाचौथ का सामान लेकर ससुराल पहुंचा, लेकिन मनोज और ससुर ने बेरहमी से पिटाई कर भगा दिया। विरोध करने पर मुझे भी मारा। मंजू लगातार दबाव में थीं।” अंजू ने कहा कि मंजू ने कई बार मायके आने की गुहार लगाई, लेकिन ससुराल वाले नहीं मानते थे। शुक्रवार शाम ससुराल में मंजू का शव फंदे से लटका मिला, जिसके बाद मायके वाले पहुंचे और हंगामा शुरू हो गया।

पुलिस कार्रवाई: तहरीर ली, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर निर्भर

थानाध्यक्ष रोहित कुमार ने बताया कि मायके पक्ष की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। शव को एसएन मेडिकल कॉलेज के पोस्टमॉर्टम हाउस भेजा गया है, और रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई होगी। प्रारंभिक जांच में सुसाइड के निशान मिले हैं, लेकिन उत्पीड़न के आरोपों की गहनता से जांच की जा रही है। मनोज और ससुराल वालों से पूछताछ की गई, लेकिन वे मौन हैं। पुलिस ने दहेज उत्पीड़न और हत्या के पहलुओं पर फोकस किया है।

इलाके में सन्नाटा: दहेज-कलह का शिकार

नगला रामबल और नगला छाउआ में शोक की लहर दौड़ गई है। मंजू के परिवार पर दोहरी मार पड़ी है, क्योंकि वे शिक्षिका होने के बावजूद आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। ग्रामीणों ने दहेज प्रथा और वैवाहिक हिंसा पर चिंता जताई। जिला प्रशासन ने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

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