
देशभर में विजयदशमी (दशहरा) के पर्व को लेकर उत्साह चरम पर है, और रावण दहन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, फर्रुखाबाद और फिरोजाबाद में इस अवसर पर भव्य आयोजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, जिसमें संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी शामिल है। अधिकारियों ने कहा कि रावण दहन के दौरान हर व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
फर्रुखाबाद में 50 फीट का रावण पुतला
फर्रुखाबाद के क्रिश्चियन ग्राउंड में रावण दहन का मुख्य आकर्षण 50 फीट ऊंचा रावण का पुतला होगा। इसके साथ ही 40 फीट ऊंचे कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले भी बनाए गए हैं। पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने आयोजन स्थल पर शांति बनाए रखने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। सुरक्षा बलों को भीड़ प्रबंधन और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया है।
फिरोजाबाद में अनूठे पुतले
फिरोजाबाद के रामलीला मैदानों में रावण दहन की तैयारियां उत्साह के साथ चल रही हैं। कारीगर कई पीढ़ियों से चली आ रही परंपरा को निभाते हुए रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले बना रहे हैं। इस बार पुतलों में कुछ नया और अलग करने की कोशिश की जा रही है, जिससे आयोजन और आकर्षक हो। स्थानीय लोग और श्रद्धालु इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने को तैयार हैं।
लखनऊ में ड्रोन से निगरानी
राजधानी लखनऊ में रावण दहन के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। रामलीला मैदानों और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस की भारी तैनाती की गई है। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। अधिकारियों ने बताया कि आयोजन स्थलों पर भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। लखनऊ पुलिस ने लोगों से शांति और सहयोग की अपील की है।
उत्सव का महत्व
विजयदशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। रावण दहन के माध्यम से भगवान श्रीराम की विजय और मर्यादा पुरुषोत्तम के आदर्शों को याद किया जाता है। यह पर्व देशभर में एकता, उत्साह और सांस्कृतिक समृद्धि का संदेश देता है। उत्तर प्रदेश में इस बार स्वदेशी और स्वच्छता को बढ़ावा देने का संदेश भी रावण दहन के साथ जोड़ा जा रहा है।