एशिया कप 2025 फाइनल: भारत की जीत, मोहसिन नकवी का विवादित व्यवहार, और पीएम मोदी के ट्वीट पर झूठा दावा

मैच का परिणाम और विवाद की शुरुआत
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर रिकॉर्ड नौवीं बार खिताब जीता। तिलक वर्मा (69* रन) और कुलदीप यादव (4 विकेट) की शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने 147 रनों का लक्ष्य 19.4 ओवर में हासिल कर लिया। लेकिन यह जीत उत्सव के बजाय विवादों के केंद्र में आ गई, जब भारतीय टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पहले ही एसीसी को सूचित कर दिया था कि नकवी, जो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं, उनके लिए ट्रॉफी पेश करने के लिए स्वीकार्य व्यक्ति नहीं हैं। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, “हमने एसीसी अध्यक्ष, जो पाकिस्तान के प्रमुख नेता हैं, से ट्रॉफी लेने से इनकार किया। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वह ट्रॉफी और मेडल अपने साथ ले जाएंगे। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और अस्पोर्ट्समैनशिप है। हम उम्मीद करते हैं कि ट्रॉफी और मेडल जल्द भारत को लौटाए जाएंगे।”

मोहसिन नकवी का व्यवहार और ट्रॉफी विवाद
भारत के इनकार के बावजूद, नकवी ने पुरस्कार समारोह में स्टेज पर डटे रहने की कोशिश की। एसीसी ने सुझाव दिया कि एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष खालिद अल जरूनी ट्रॉफी पेश करें, लेकिन नकवी ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। लगभग एक घंटे तक चले तनाव के बाद, नकवी ने ट्रॉफी और मेडल अपने साथ ले जाकर स्टेडियम छोड़ दिया। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस घटना पर हैरानी जताते हुए कहा, “मैंने अपने करियर में कभी नहीं देखा कि चैंपियन टीम को उसकी मेहनत से जीती ट्रॉफी न दी जाए। मेरे लिए असली ट्रॉफी मेरे साथी खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ हैं।”

इस दौरान, स्टेडियम में मौजूद भारतीय प्रशंसकों ने “भारत माता की जय” और “मोदी-मोदी” के नारे लगाए, जबकि नकवी और पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा को हूटिंग का सामना करना पड़ा। पाकिस्तानी टीम भी मैच के बाद ड्रेसिंग रूम में देर तक रही, जिससे नकवी स्टेज पर अकेले और असहज दिखे।

पीएम मोदी के ट्वीट और नकवी का विवादित जवाब
भारत की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “खेल के मैदान पर भी ऑपरेशन सिंदूर। यहां भी नतीजा वही- भारत जीता। हमारे क्रिकेटरों को इसके लिए बधाई।” इस ट्वीट का जवाब देते हुए नकवी ने एक विवादित और तथ्यहीन बयान दिया: “अगर गर्व का पैमाना युद्ध है, तो इतिहास पहले ही आपकी शर्मनाक हार को पाकिस्तान के हाथों दर्ज कर चुका है। कोई भी क्रिकेट मैच इस सच को नहीं बदल सकता। खेल में युद्ध घसीटना केवल हताशा दिखाता है और खेल की आत्मा का अपमान है।”

नकवी के इस बयान ने भारतीय प्रशंसकों और विश्लेषकों में रोष पैदा कर दिया। 1965, 1971, और 1999 (करगिल युद्ध) में भारत ने पाकिस्तान को हर बार निर्णायक शिकस्त दी थी। हाल ही के “ऑपरेशन सिंदूर” में भी भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया था। नकवी का “शर्मनाक हार” का दावा तथ्यों से परे और भड़काऊ माना गया। प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर तंज कसते हुए पूछा, “नकवी किस युद्ध की बात कर रहे हैं?”

नकवी की पृष्ठभूमि और विवादों का इतिहास
मोहसिन नकवी, जो 28 अक्टूबर 1978 को लाहौर में जन्मे, एक पत्रकार से राजनेता और क्रिकेट प्रशासक बने हैं। उन्होंने ओहायो यूनिवर्सिटी, अमेरिका से पत्रकारिता में डिग्री हासिल की और सीएनएन में इंटर्नशिप की। बाद में उन्होंने पाकिस्तान में सिटी मीडिया ग्रुप की स्थापना की। जनवरी 2024 में उन्हें पीसीबी का 37वां अध्यक्ष नियुक्त किया गया। एशिया कप 2025 के दौरान नकवी ने कई बार विवादित कदम उठाए, जैसे:

  • भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के खिलाफ पाहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने और सेना को समर्पित जीत के लिए लेवल 4 शिकायत दर्ज करना।
  • क्रिस्टियानो रोनाल्डो के “प्लेन क्रैश” जश्न के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करना, जिसे पाकिस्तानी पेसर हारिस रऊफ ने भारत के खिलाफ मैच में दोहराया था, और जिसके लिए रऊफ पर जुर्माना लगा।
  • मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने की मांग करना, जिसे आईसीसी ने खारिज कर दिया।

भारतीय टीम का स्टैंड और अनुशासन
भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने और पारंपरिक प्री-टॉस फोटोशूट में हिस्सा न लेने का रुख अपनाया, जो अप्रैल 2025 में हुए पाहलगाम आतंकी हमले और मई में सीमा पर बढ़े तनाव के बाद भारत की नीति को दर्शाता है। सूर्यकुमार यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि ट्रॉफी न लेने का फैसला मैदान पर लिया गया, और इसमें बीसीसीआई से कोई निर्देश नहीं था। उन्होंने अपनी मैच फीस भारतीय सेना को दान करने की घोषणा भी की।

पाकिस्तानी कप्तान और विश्लेषकों की प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा ने भारत पर क्रिकेट का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “भारत ने हाथ न मिलाकर और ट्रॉफी न लेकर न केवल हमारा, बल्कि क्रिकेट का अपमान किया है। अगर अन्य टीमें भी ऐसा करेंगी, तो यह कहां रुकेगा?” दूसरी ओर, भारतीय प्रशंसकों और विश्लेषकों ने नकवी की निंदा करते हुए कहा कि वह एसीसी अध्यक्ष के रूप में निष्पक्ष रहने में विफल रहे और खेल को राजनीति में घसीटने का प्रयास किया।

बीसीसीआई की कार्रवाई और भविष्य
बीसीसीआई ने नकवी के व्यवहार के खिलाफ नवंबर 2025 में होने वाली आईसीसी कॉन्फ्रेंस में “गंभीर और मजबूत विरोध” दर्ज करने की घोषणा की है। सैकिया ने कहा, “भारत उस देश के प्रतिनिधि से ट्रॉफी नहीं ले सकता, जो हमारे खिलाफ युद्ध छेड़ रहा है।” बीसीसीआई ने भारतीय टीम और सपोर्ट स्टाफ के लिए 21 करोड़ रुपये के पुरस्कार की भी घोषणा की।

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