
अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेग्सेथ ने पिछले सप्ताह एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए सैकड़ों जनरलों और एडमिरलों, जिनमें एक-स्टार रैंक या उससे ऊपर के वरिष्ठ कमांडर और उनके शीर्ष सलाहकार शामिल हैं, को वर्जीनिया के मरीन कॉर्प्स बेस क्वांटिको में एक बैठक के लिए कम समय के नोटिस पर बुलाया।
इस दुर्लभ और हाई-प्रोफाइल सैन्य सभा में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आश्चर्यजनक उपस्थिति ने इसे और भी चर्चा का विषय बना दिया। ट्रम्प ने रविवार को एनबीसी न्यूज को बताया कि वह मंगलवार को होने वाली इस बैठक में “प्रेरक भाषण” देने और अपने “प्रिय नेताओं” के प्रति समर्थन दिखाने के लिए उपस्थित होंगे। हालांकि, उनकी मौजूदगी इस सभा को एक प्रभावशाली फोटो ऑप में बदल सकती है, जैसा कि येल लॉ स्कूल के सैन्य कानून विशेषज्ञ यूजीन आर. फिडेल ने वॉशिंगटन पोस्ट के हवाले से कहा, “यह सभी फोटो ऑप्स की मां है।”
बैठक का उद्देश्य: प्रेरणा या राजनीति?
ट्रम्प ने इस बैठक को “एस्प्रिट डी कॉर्प्स” (सैन्य एकजुटता और गर्व की भावना) का प्रतीक बताते हुए कहा, “यह वास्तव में एक बहुत अच्छी बैठक है, जिसमें हम अपनी सैन्य उपलब्धियों, बेहतरीन स्थिति और कई सकारात्मक चीजों के बारे में बात करेंगे। यह एक अच्छा संदेश है।” उन्होंने रविवार को रॉयटर्स से कहा, “मैं जनरलों को बताना चाहता हूं कि हम उनसे प्यार करते हैं, वे हमारे प्रिय नेता हैं, उन्हें मजबूत, कठोर, स्मार्ट और दयालु होना चाहिए।” हालांकि, इस बैठक का कोई स्पष्ट एजेंडा नहीं बताया गया, जिसने सैन्य नेताओं और विश्लेषकों के बीच भ्रम और चिंता पैदा कर दी है।
रक्षा सचिव पीट हेग्सेथ, जो पूर्व फॉक्स न्यूज होस्ट हैं, इस बैठक में “योद्धा ethos” (warrior ethos) पर जोर देने और सैन्य मानकों, तत्परता, फिटनेस और ग्रूमिंग जैसे मुद्दों पर चर्चा करने की योजना बना रहे हैं। यह बैठक उनके द्वारा ट्रम्प प्रशासन की राष्ट्रीय सुरक्षा नीतियों को लागू करने और विविधता से संबंधित पहलों को हटाने के प्रयासों का हिस्सा मानी जा रही है, जिन्हें वे भेदभावपूर्ण मानते हैं।
विवाद और चिंताएँ
इस बैठक की असामान्य प्रकृति और गोपनीयता ने कई सवाल खड़े किए हैं। वॉशिंगटन पोस्ट के अनुसार, यह सभा अपने आकार और दायरे में अभूतपूर्व है, और इस तरह का आयोजन पहले कभी नहीं हुआ। सैन्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि ट्रम्प की उपस्थिति इस आयोजन को राजनीतिक रंग दे सकती है, जो गैर-राजनीतिक सैन्य नेतृत्व के लिए हानिकारक हो सकता है। फिडेल ने कहा, “इस आयोजन के राजनीतिकरण का खतरा और सैन्य के राजनीतिकरण में वृद्धि बहुत चिंताजनक है और अमेरिकी जनता के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए।”
इसके अलावा, बैठक का खर्चा और सुरक्षा जोखिम भी चर्चा में हैं। दुनिया भर से, जैसे दक्षिण कोरिया, जापान और मध्य पूर्व में तैनात सैकड़ों जनरलों और एडमिरलों को बुलाने के लिए लाखों डॉलर का खर्च अनुमानित है। इतने सारे वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और राष्ट्रपति का एक ही स्थान पर होना सुरक्षा चिंताओं को बढ़ाता है। कुछ सैन्य अधिकारियों ने इसे “लॉजिस्टिकल दुःस्वप्न” करार दिया, क्योंकि इस तरह की बैठकें आमतौर पर सुरक्षित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की जाती हैं।
हेग्सेथ का एजेंडा और ट्रम्प का प्रभाव
हेग्सेथ ने इस साल कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को बर्खास्त किया है, जिनमें ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के पूर्व अध्यक्ष जनरल सीक्यू ब्राउन, नौसेना की पूर्व प्रमुख एडमिरल लिसा फ्रैंचेटी और कोस्ट गार्ड की पूर्व कमांडेंट एडमिरल लिंडा फेगन शामिल हैं। मई में, उन्होंने चार-सितारा जनरलों और एडमिरलों की संख्या में 20% और नेशनल गार्ड में 20% कटौती का आदेश दिया था। इन कदमों को ट्रम्प के राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंडे और “वोक” नीतियों के खिलाफ हेग्सेथ की मुहिम का हिस्सा माना जा रहा है।
हालांकि, ट्रम्प की उपस्थिति हेग्सेथ के संदेश को प्रभावित कर सकती है। ट्रम्प ने इस बैठक को सैन्य नेताओं के लिए एक प्रेरक सत्र के रूप में वर्णित किया, लेकिन उनकी मौजूदगी इसे एक बड़े पैमाने पर फोटो ऑप में बदल सकती है, खासकर जब वह पहले सैन्य ठिकानों पर राजनीतिक भाषण दे चुके हैं। उदाहरण के लिए, जून में फोर्ट ब्रैग में उन्होंने अपने डेमोक्रेटिक पूर्ववर्ती जो बाइडन पर हमला बोला था। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह आयोजन ट्रम्प के सैन्य शक्ति को मजबूत करने और उनके समर्थकों के बीच उनकी छवि को चमकाने का प्रयास हो सकता है।
सैन्य नेताओं में बेचैनी
बैठक की गोपनीयता ने सैन्य नेताओं में बेचैनी पैदा की है। एक जनरल ने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया कि उन्हें “कोई जानकारी नहीं” दी गई और बस वहां मौजूद रहने को कहा गया। कुछ ने इसे 1935 के जर्मनी में नाजियों द्वारा जनरलों को बुलाकर हिटलर के प्रति निष्ठा की शपथ लेने की घटना से तुलना की, जिसका हेग्सेथ ने मजाक उड़ाते हुए जवाब दिया, “कूल स्टोरी, जनरल।” इस तरह की तुलनाओं ने चिंताओं को और बढ़ा दिया है कि क्या यह बैठक ट्रम्प के प्रति निष्ठा की मांग या और बर्खास्तगी का मंच हो सकती है।
विपक्ष और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
अमेरिकी नागरिक स्वतंत्रता संघ (एसीएलयू) ने कांग्रेस को पत्र लिखकर इस बैठक की पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की है, यह चेतावनी देते हुए कि यह असंवैधानिक या हानिकारक नीतियों को लागू करने का प्रयास हो सकता है। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल मार्क हर्टलिंग ने इसे “अत्यंत असामान्य” बताया और संभावना जताई कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में बदलाव, बजट समस्याओं या और कटौती की घोषणा का मंच हो सकता है।