
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की विस्तारित बैठक आज, 24 सितंबर 2025 को बिहार की राजधानी पटना में हो रही है, जो स्वतंत्रता के बाद पहली बार इस राज्य में आयोजित की जा रही है। यह बैठक सदाक़त आश्रम, बिहार कांग्रेस के मुख्यालय, में सुबह 10 बजे शुरू होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 23 सितंबर को शाम 6 बजे पटना पहुंच चुके हैं, जबकि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी आज सुबह 8:30 बजे जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनकी अगवानी की। इस बैठक में प्रियंका गांधी वाड्रा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, रणदीप सुरजेवाला, भूपेश बघेल, कन्हैया कुमार, और 170 अन्य CWC सदस्य, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, और विधायक दल के नेता शामिल होंगे।
बैठक का एजेंडा: ‘वोट चोरी’ और बिहार चुनाव
यह बैठक बिहार विधानसभा चुनावों से पहले महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जो अक्टूबर या नवंबर 2025 में होने की संभावना है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अलवरु ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनमें कथित “वोट चोरी”, बेरोजगारी, महंगाई, बढ़ते अपराध, और महिलाओं के खिलाफ हिंसा शामिल हैं। उन्होंने बिहार को “राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र” बताते हुए कहा कि राहुल गांधी की हालिया 16-दिवसीय ‘वोटर अधिकार यात्रा’ (17 अगस्त से 1 सितंबर तक, 1,300 किमी, 25 जिलों में) ने पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरी है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बैठक से पहले कहा, “वोट चोरी एक गंभीर मुद्दा है। यह लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है। हमारी पार्टी इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठा रही है, और एक हस्ताक्षर अभियान भी चल रहा है।” खेड़ा ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी और चुनाव आयोग की मिलीभगत से मतदाता सूचियों में हेरफेर हो रहा है, जैसा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बैंगलोर सेंट्रल के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 वोटों की कथित “चोरी” के मामले में देखा गया।
राहुल गांधी का ‘वोट चोरी’ अभियान
राहुल गांधी ने अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान “वोट चोर, गद्दी छोड़” का नारा दिया था, जिसे CWC बैठक में और जोर-शोर से उठाया जाएगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार, राहुल इस बैठक में मतदाता सूची की विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया (SIR) और कथित चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, बिहार में महिलाओं, युवाओं, और हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए लक्षित अभियानों की घोषणा हो सकती है, जिसमें ‘अतिपिछड़ा न्याय संकल्प’ पहल भी शामिल है, जिसे राहुल गांधी आज दोपहर होटल चाणक्य में लॉन्च करेंगे।
महागठबंधन और सीट बंटवारा
बैठक में महागठबंधन (INDIA ब्लॉक) के साथ सीट बंटवारे पर भी चर्चा होगी। कांग्रेस के सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, “CWC बैठक के बाद सीट बंटवारा जल्दी अंतिम रूप ले लेगा। हमारा लक्ष्य बीजेपी और नीतीश कुमार की गठबंधन को हराना है।” उन्होंने RJD नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख चेहरा बताया, लेकिन अलका लांबा ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करना अभी प्राथमिकता नहीं है। अलवरु ने कहा कि गठबंधन में बातचीत सकारात्मक दिशा में चल रही है, जबकि बीजेपी-नीत NDA में “अराजकता” है।
सदाक़त आश्रम का महत्व और चुनौतियां
सदाक़त आश्रम, जहां यह बैठक हो रही है, ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है। यह स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी, राजेंद्र प्रसाद, और जवाहरलाल नेहरू जैसे नेताओं की बैठकों का केंद्र रहा है। हाल ही में, 29 अगस्त 2025 को बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा इस पर हमले की निंदा की गई थी। कन्हैया कुमार ने कहा, “यह केवल एक पार्टी कार्यालय नहीं, बल्कि देश की आजादी से जुड़ा स्थल है। CWC बैठक यहां आयोजित करना हमारी संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र की रक्षा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।” हालांकि, असामयिक बारिश और जलभराव ने सदाक़त आश्रम में तैयारियों को प्रभावित किया है, लेकिन कार्यकर्ताओं का उत्साह बरकरार है।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी ने CWC बैठक को “दबाव की राजनीति” करार दिया। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि कांग्रेस RJD के साथ “वर्चस्व की लड़ाई” लड़ रही है और बिहार में इसका कोई बड़ा आधार नहीं है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल के ‘वोट चोरी’ के दावों को “बकवास” बताया और कहा कि कांग्रेस अपनी हार को छिपाने के लिए EVM और मतदाता सूची पर सवाल उठा रही है।