
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में शुक्रवार (19 सितंबर 2025) की रात डोडा-उधमपुर सीमा पर सियोज ढार जंगल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया। मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के 3-4 आतंकियों के घिरे होने की खबर है।
भारतीय सेना के व्हाइट नाइट कॉर्प्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) और स्थानीय पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया था। शनिवार सुबह तक ऑपरेशन जारी था, जिसमें ड्रोन और स्निफर डॉग्स की मदद ली जा रही थी।
मुठभेड़ का विवरण
- स्थान और शुरुआत: मुठभेड़ डोडा-उधमपुर सीमा पर दुदु-बसंतगढ़ के सियोज ढार जंगल में शुरू हुई। शुरुआत में सेना ने इसे किश्तवाड़ क्षेत्र बताया, लेकिन बाद में स्पष्ट किया कि यह डोडा-उधमपुर बॉर्डर पर है।
- ऑपरेशन: खुफिया सूचना के आधार पर सेना, SOG और पुलिस ने संयुक्त अभियान शुरू किया। आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी की, जिसके जवाब में मुठभेड़ शुरू हुई।
- शहीद जवान: मुठभेड़ में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई।
- आतंकी: 3-4 जैश-ए-मोहम्मद आतंकियों के घिरे होने की सूचना है। जंगल की घनीभूत संरचना के कारण तलाश में चुनौतियां हैं।
क्षेत्र में पहले की घटनाएं
- 26 जून 2025: उधमपुर के बसंतगढ़ जंगल में ऑपरेशन बिहाली में जैश का शीर्ष कमांडर हैदर मारा गया था, जो चार साल से सक्रिय था। तीन अन्य आतंकी घिरे थे।
- 25 अप्रैल 2025: बसंतगढ़ में एक अन्य मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हुआ था।
- कुलगाम मुठभेड़ (8-9 सितंबर): कुलगाम के गुड्डर जंगल में दो आतंकी मारे गए, लेकिन दो सैनिक भी शहीद हुए।
चीनी हथगोले की बरामदगी
इसी बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट ने कश्मीर घाटी के सात जिलों—श्रीनगर, बारामूला, अनंतनाग, कुपवाड़ा, हंदवाड़ा, पुलवामा और शोपियां—में तलाशी अभियान चलाया। पूंछ सेक्टर में 20 चीनी हथगोले सहित हथियारों का जखीरा बरामद हुआ। सूत्रों के अनुसार, यह खेप हाल ही में छिपाई गई थी, जिसे आतंकी गतिविधियों के लिए हस्तांतरित करने की योजना थी। डिजिटल उपकरण और दस्तावेज भी जब्त किए गए।
वर्तमान स्थिति
- शनिवार सुबह तक सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल पर कड़ा घेरा बनाए रखा। ड्रोन और स्निफर डॉग्स के साथ तलाशी अभियान तेज कर दिया गया।
- व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने एक्स पर लिखा, “डोडा-उधमपुर सीमा पर आतंकियों से संपर्क स्थापित। ऑपरेशन जारी।”
- किश्तवाड़ में भी एक अन्य आतंकी ऑपरेशन चल रहा है, जहां हथियारों की बरामदगी हुई।
सियासी और सुरक्षा संदर्भ
यह मुठभेड़ मई 2025 के ऑपरेशन सिंदूर के बाद क्षेत्र में बढ़े तनाव का हिस्सा है, जहां भारत ने जैश के ठिकानों पर हमला किया था। क्षेत्र में जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियां बढ़ रही हैं, जिसे भारत ने UNSC में भी उठाया है।