
मेरठ के विक्टोरिया पार्क में चल रही श्रीराम कथा के दौरान जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य ने गुरुवार को विवादित बयान दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश को ‘मिनी पाकिस्तान’ करार देते हुए कहा कि हिंदू धर्म पर संकट मंडरा रहा है और हिंदुओं को सजग होकर अपने बच्चों को धर्म की शिक्षा देनी होगी।
कथा से पूर्व चरण पादुका पूजन के बाद जगद्गुरु ने कहा, “आज हिंदुओं पर संकट है। अपने ही देश में हम हिंदू धर्म को उतना न्याय नहीं दे पा रहे हैं। उत्तर प्रदेश मिनी पाकिस्तान लगता है। अब हमें मुखर होने की जरूरत है। प्रत्येक घर में हिंदू धर्म की पाठशाला बनानी पड़ेगी। प्रत्येक माता-पिता को अपने बच्चों को हिंदू धर्म की शिक्षा देनी होगी।”
जगद्गुरु ने हिंदू या सनातन धर्म को एक ही बताया और कहा कि हम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ में जीते हैं, किसी से बैर नहीं। लेकिन अब हम किसी को छेड़ेंगे नहीं, अगर कोई छेड़ेगा तो छोड़ेंगे भी नहीं। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि इसे सदा याद रखा जाएगा। बिना अपराध के हिंदुओं को मारा जा रहा है, ऐसे लोगों को समाप्त कर देना चाहिए।
उन्होंने हिंदू परिवारों में तीन बालक होने का संदेश भी दिया। पड़ोसी देश (पाकिस्तान) को ‘नानी याद आ गई’ बताते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में सैलानियों की हत्या पर हमने उन्हें ‘प्रसाद’ दे दिया। अब सजग हो जाओ। जगद्गुरु ने कहा कि वे अब ‘ओम क्रांति क्रांति’ का नारा देंगे, ‘ओम शांति शांति’ बहुत हो चुका।
कथा में उन्होंने अकबर-बीरबल की कहानी सुनाई, जहां बीरबल ने अकबर को भगवान के अवतार का महत्व समझाया। बीरबल ने अकबर के बेटे का पुतला नदी में फेंका, तो अकबर बचाने कूद पड़े। बीरबल ने कहा कि विपदा में पिता पीछे नहीं हटता, यही परम पिता का उदाहरण है, इसलिए अवतार लेते हैं।
यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्षी दलों ने इसे सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाला बताया, जबकि समर्थकों ने इसे हिंदू जागरण का आह्वान माना। मेरठ प्रशासन ने कथा आयोजन पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। कथा 8 से 16 सितंबर तक भामाशाह पार्क में चल रही है, जहां पहले ही अनुमति को लेकर विवाद हुआ था।