अयोध्या कचहरी में लावारिस बैग से तमंचे और कारतूस बरामद, सुरक्षा पर सवाल, CCTV फुटेज से आरोपी की तलाश

अयोध्या के कचहरी परिसर में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब शेड नंबर पांच में रूटीन चेकिंग के दौरान एक लावारिस बैग से दो तमंचे और चार कारतूस बरामद हुए। इस घटना ने कचहरी की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन सकते में हैं, और सीसीटीवी फुटेज खंगालकर बैग रखने वाले संदिग्ध की तलाश की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार, सुबह 8:00 से 8:45 बजे के बीच किसी ने यह बैग शेड नंबर पांच में रखा और मौके से फरार हो गया। मेटल डिटेक्टर और सुरक्षा जांच के बावजूद हथियारों का परिसर में पहुंचना प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है। 2007 में फैजाबाद कचहरी में हुए सीरियल ब्लास्ट के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया था, लेकिन इस घटना ने व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सूर्य नारायण सिंह ने इसे गंभीर चूक बताते हुए जिलाधिकारी और जिला जज से शिकायत करने की बात कही। एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जांच तेज कर दी गई है।

जिला जज रणंजय कुमार वर्मा ने घटना के बाद कचहरी की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई, जिसमें सुरक्षा प्रभारी सीजेएम सुधांशु शेखर उपाध्याय और नजारत प्रभारी एडीजे प्रदीप कुमार सिंह मौजूद रहे। जिला जज ने जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे और एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर से फोन पर बात कर सुरक्षा में हुई लापरवाही पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने एसपी सिटी और सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह को घटना की सत्यता जांचने और परिसर के प्रवेश-निकास द्वारों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच करने के निर्देश दिए।

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध की पहचान शुरू कर दी है। प्रशासन ने कचहरी में सुरक्षा और सतर्कता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने की बात कही है। यह घटना अयोध्या जैसे संवेदनशील शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने वाली है, जहां पहले से ही हाई-टेक सुरक्षा उपायों जैसे 10,000 सीसीटीवी कैमरे और एआई-संचालित ड्रोन तैनात हैं।

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