
भारत के दिग्गज ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 27 अगस्त 2025 को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। 38 वर्षीय अश्विन, जो 2025 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का हिस्सा थे, ने अपने शानदार 16 साल के आईपीएल करियर को अलविदा कहते हुए वैश्विक फ्रेंचाइजी लीग में खेलने की इच्छा जताई।

यह निर्णय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की नीति के अनुरूप है, जो भारतीय क्रिकेटरों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्यास के बाद ही विदेशी लीग में खेलने की अनुमति देता है।
अश्विन और CSK: तनाव और मोहभंग?
अश्विन का CSK के साथ हालिया रिश्ता तनावपूर्ण रहा। 2025 की मेगा नीलामी में CSK ने उन्हें 9.75 करोड़ रुपये में खरीदकर ‘घर वापसी’ कराई थी, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्होंने 9 मैचों में 7 विकेट लिए, लेकिन 9.12 की महंगी इकॉनमी रेट के साथ। CSK का सीजन भी खराब रहा, जिसमें वे 4 जीत और 10 हार के साथ 10वें स्थान पर रहे।
अगस्त 2025 में अश्विन ने CSK से अपनी भूमिका को लेकर स्पष्टता मांगी थी और कहा था कि अगर वह फ्रेंचाइजी की योजनाओं में फिट नहीं होते, तो उन्हें रिलीज करने में कोई आपत्ति नहीं। खबरें थीं कि CSK और अश्विन के बीच मतभेद थे, और संभावना थी कि वे उन्हें 2026 सीजन से पहले रिलीज कर सकते हैं या राजस्थान रॉयल्स के साथ ट्रेड कर सकते हैं। हालांकि, अश्विन ने संन्यास की घोषणा कर इन अटकलों पर विराम लगा दिया।
अश्विन का आईपीएल करियर
अश्विन ने 2009 में CSK के साथ आईपीएल में डेब्यू किया और 2010 व 2011 में उनकी चैंपियनशिप जीत में अहम भूमिका निभाई। अपने 16 साल के करियर में उन्होंने 5 फ्रेंचाइजियों—CSK, राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स, पंजाब किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स, और राजस्थान रॉयल्स—के लिए खेला।
- मैच और आंकड़े: 221 मैचों में 187 विकेट (5वां सर्वाधिक विकेट लेने वाला गेंदबाज), इकॉनमी रेट 7.20, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/34। बल्ले से 833 रन, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है।
- उपलब्धियां: CSK के साथ 2010 और 2011 में IPL खिताब। 2018-19 में पंजाब किंग्स की कप्तानी। 2019 में जोस बटलर का ‘मांकड़’ आउट करना, जो IPL के सबसे विवादास्पद क्षणों में से एक रहा।
- फ्रेंचाइजी योगदान: अश्विन ने अपनी चतुर गेंदबाजी और रणनीतिक सोच से हर टीम में योगदान दिया, खासकर CSK और राजस्थान रॉयल्स में, जहां उन्होंने 2022 में फाइनल तक पहुंचने में मदद की।
संन्यास का कारण और भविष्य की योजनाएं
अश्विन ने दिसंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान तीसरे टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था, जहां वे भारत के दूसरे सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज (537 विकेट) रहे। IPL से संन्यास का फैसला BCCI की नीति से प्रेरित है, जो खिलाड़ियों को विदेशी लीग में तभी खेलने की अनुमति देता है, जब वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और IPL दोनों से संन्यास ले लें।
अश्विन ने अपने ट्वीट में लिखा, “मेरा समय बतौर IPL क्रिकेटर आज समाप्त हो रहा है, लेकिन दुनिया भर की अलग-अलग लीगों में खेल के नए अनुभवों का मेरा सफर आज से शुरू हो रहा है।” वे तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) और संभवतः विश्व चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स जैसे वैश्विक टूर्नामेंट में खेल सकते हैं। इसके अलावा, उनकी क्रिकेट अकादमी, Gen-Next Cricket Institute, के माध्यम से कोचिंग और मेंटरिंग की भूमिका निभाने की संभावना है।