
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का ओवल में अंतिम टेस्ट को एक घंटे की दीवानगी भरे खेल के साथ समाप्त हुआ, जो इस रोमांचक सीरीज के लिए एकदम सही अंत था। भारत और इंग्लैंड ने आखिरी मिनट तक एक-दूसरे पर जोरदार प्रहार किए। दोनों टीमें हार की हकदार नहीं थीं—भारत ने मैनचेस्टर में शानदार वापसी की और सीरीज को ओवल तक जीवित रखा, जबकि इंग्लैंड के क्रिस वोक्स ने कंधे की चोट के बावजूद बल्लेबाजी कर साहस दिखाया। लेकिन खेल में केवल एक ही विजेता हो सकता है, और यह भारत रहा। मोहम्मद सिराज का जज्बा उस सोमवार की सुबह हर चीज से बड़ा था। उन्होंने पांच विकेट लेकर भारत के नायक बनकर उभरे।

इंग्लैंड 374 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 367 पर ऑलआउट हो गया, केवल छह रन से चूक गया। सिराज ने अंतिम सुबह चार में से तीन विकेट झटके और एक घातक यॉर्कर के साथ जीत पर मुहर लगाई। भारत ने सीरीज 2-2 से बराबर की और एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी अपने पास रखी। सिराज ने पूरे टूर्नामेंट में 26 विकेट लिए, जो इस सीरीज में सबसे ज्यादा हैं।
मैच का निर्णायक पल
चौथे दिन इंग्लैंड 339/6 पर था, उसे जीत के लिए 35 रनों की जरूरत थी, जबकि भारत को चार विकेट चाहिए थे। सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने तीसरे सत्र में जो रूट (104) और जैकब बेथेल को आउट कर भारत को वापस खेल में लाया। लेकिन सिराज का असली जादू पांचवें दिन सुबह दिखा। उन्होंने जेमी स्मिथ, जेमी ओवरटन, और गस एटकिंसन को आउट किया, जिसमें अंतिम यॉर्कर ने एटकिंसन के ऑफ स्टंप को उखाड़ दिया। भारत ने यह रोमांचक मुकाबला जीत लिया।
सिराज का बयान
मैच के बाद सिराज ने कहा, “मेरा एकमात्र प्लान अच्छे क्षेत्रों में गेंदबाजी करना था। विकेट मिले या रन जाएं, इससे फर्क नहीं पड़ता। (हैरी ब्रूक के कैच छोड़ने पर) मैंने नहीं सोचा था कि मैंने कुशन छुआ। वह गेम-चेंजिंग मोमेंट था। ब्रूक टी20 मोड में आ गए थे। हम उस समय खेल में पीछे थे, लेकिन भगवान का शुक्र है। मुझे हमेशा विश्वास था कि मैं किसी भी मोड़ से मैच जिता सकता हूं, और मैंने किया।”
सुनील गावस्कर की प्रतिक्रिया
सुनील गावस्कर ने इसे गाबा 2021 से भी बड़ी वापसी बताया। भारत पहले सत्र में पिछड़ गया था, लेकिन सिराज और प्रसिद्ध की गेंदबाजी ने खेल को पलट दिया। गावस्कर ने कहा, “भारत ने रिकॉर्ड लक्ष्य का बचाव करते हुए भी ओवल में वापसी की। यह एक अविश्वसनीय जीत है।”
मैच का सार
- पहली पारी: भारत 224 (करुण नायर 57, गस एटकिंसन 5 विकेट), इंग्लैंड 247 (हैरी ब्रूक 53, सिराज और प्रसिद्ध 4-4 विकेट)। भारत ने दूसरी पारी में 75/2 के साथ 52 रनों की बढ़त बनाई।
- चौथा दिन: इंग्लैंड ने जो रूट और ब्रूक के शतकों की बदौलत 339/6 तक पहुंचकर जीत की ओर कदम बढ़ाया, लेकिन सिराज और प्रसिद्ध ने तीन विकेट लेकर भारत को उम्मीद दी। बारिश और खराब रोशनी ने खेल रोक दिया।
- पांचवां दिन: सिराज ने सुबह आक्रामक गेंदबाजी की, जिसमें उनका यॉर्कर गेम-चेंजर रहा। इंग्लैंड 367 पर ढेर हो गया।
सीरीज का लेखा-जोखा
- पहला टेस्ट (हेडिंग्ले): इंग्लैंड ने 370 रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल की।
- दूसरा टेस्ट (एजबेस्टन): भारत ने 336 रनों से जीतकर सीरीज 1-1 की। सिराज ने छह विकेट लिए।
- तीसरा टेस्ट (लॉर्ड्स): इंग्लैंड ने 22 रनों से जीतकर 2-1 की बढ़त बनाई। सिराज ने निचले क्रम में जुझारू बल्लेबाजी की।
- चौथा टेस्ट (ओल्ड ट्रैफर्ड): इंग्लैंड ने जीत हासिल की, सीरीज 2-1।
- पांचवां टेस्ट (ओवल): भारत की छह रन की जीत, सीरीज 2-2। सिराज की 26 विकेट्स ने उन्हें सीरीज का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बनाया।
सिराज की उपलब्धि
सिराज ने इस सीरीज में 26 विकेट लिए, जो एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा हैं। उन्होंने सचिन तेंदुलकर के 201 अंतरराष्ट्रीय विकेट्स के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा, अब उनके नाम 203 विकेट (118 टेस्ट, 71 वनडे, 14 टी20) हैं। उनकी आक्रामक गेंदबाजी और जज्बे ने भारत को कई मौकों पर संकट से निकाला।
भारत की जीत का उत्सव
जीत के बाद भारतीय टीम ने तिरंगे के साथ ओवल में सम्मान लैप लिया। प्रशंसकों का उत्साह और खिलाड़ियों का जज्बा देखते ही बनता था। यह जीत न केवल एक टेस्ट मैच की थी, बल्कि एक ऐसी सीरीज की थी, जो शुरू से अंत तक रोमांच से भरी रही।