
कांग्रेस पार्टी के वार्षिक कानूनी सम्मेलन संवैधानिक चुनौतियां – दृष्टिकोण और रास्ते में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 2024 लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के पास एक लोकसभा क्षेत्र में 1.5 लाख फर्जी मतदाताओं सहित धांधली के पुख्ता सबूत और दस्तावेज हैं। साथ ही, उन्होंने चुनाव आयोग (ECI) पर स्वतंत्रता खोने और सत्तारूढ़ बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया।

राहुल गांधी के प्रमुख आरोप
- 2024 लोकसभा चुनाव में धांधली
गांधी ने दावा किया कि 2024 का लोकसभा चुनाव धांधली से प्रभावित था। उन्होंने कहा, “हमारे पास अब आंकड़े और दस्तावेज हैं जो साबित करते हैं कि चुनाव में गड़बड़ी हुई। हम इसे साबित करेंगे।” उन्होंने एक लोकसभा क्षेत्र का जिक्र किया, जहां 6.5 लाख मतदाताओं में से 1.5 लाख फर्जी पाए गए। उन्होंने कहा, “80 से अधिक सीटों पर धांधली हुई। अगर बीजेपी को 15-20 सीटें कम मिलतीं, तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते।” - चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए और कहा, “भारत में चुनाव आयोग की स्वतंत्रता खत्म हो चुकी है। इसे पूरी तरह से नियंत्रित किया जा रहा है।” उन्होंने आयोग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि धांधली में शामिल होना “देशद्रोह” के समान है और इसके गंभीर परिणाम होंगे। - महाराष्ट्र में मतदाता सूची में गड़बड़ी
गांधी ने नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का उदाहरण दिया, जहां बीजेपी-नीत महायुति गठबंधन ने 235 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस-नीत महा विकास अघाड़ी (MVA) केवल 50 सीटों पर सिमट गई। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव (मई 2024) और विधानसभा चुनाव (नवंबर 2024) के बीच महाराष्ट्र में 1 करोड़ नए मतदाता जुड़े, जिनमें से अधिकांश ने बीजेपी को वोट दिया। विशेष रूप से कामठी निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी के वोट 1.19 लाख से बढ़कर 1.75 लाख हो गए, जिसमें 35,000 नए मतदाताओं का योगदान था। - 2014 से संदेह
गांधी ने कहा कि उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव और गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों से ही चुनावी प्रक्रिया पर संदेह था। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को इन राज्यों में एक भी सीट न मिलना आश्चर्यजनक था। महाराष्ट्र में हमने लोकसभा चुनाव जीता, लेकिन विधानसभा में हमारी हार ने हमें गंभीरता से जांच करने के लिए मजबूर किया।” - सबूतों का वादा
गांधी ने घोषणा की कि कांग्रेस जल्द ही अपने सबूत सार्वजनिक करेगी, जिसे उन्होंने “परमाणु बम” की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि यह सबूत चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को हिला देगा।
संदर्भ और पृष्ठभूमि
- 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम: बीजेपी-नीत एनडीए ने 292 सीटें जीतीं, जिसमें बीजेपी को 240 सीटें मिलीं। कांग्रेस-नीत इंडिया गठबंधन ने 234 सीटें जीतीं, जिसमें कांग्रेस को 99 सीटें मिलीं। राहुल गांधी ने रायबरेली और वायनाड दोनों सीटें जीतीं।
- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: मई 2024 में MVA ने महाराष्ट्र में 30 लोकसभा सीटें जीती थीं, लेकिन नवंबर 2024 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी-नीत महायुति ने 235 सीटें हासिल कीं, जबकि MVA को केवल 50 सीटें मिलीं।
- चुनाव आयोग पर पहले भी सवाल: कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल 2024 में EVM और मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप पहले भी लगा चुके हैं, लेकिन ठोस सबूतों की कमी के कारण ये दावे विवादास्पद रहे हैं।
चुनाव आयोग का जवाब
चुनाव आयोग ने 1 अगस्त 2025 को राहुल गांधी के आरोपों को “आधारहीन” और “गैर-जिम्मेदाराना” करार देते हुए खारिज किया। आयोग ने कहा, “हम रोजाना इस तरह के निराधार आरोपों को नजरअंदाज करते हैं। सभी चुनाव अधिकारी निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम कर रहे हैं, और उन्हें इस तरह के बयानों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।” आयोग ने यह भी कहा कि वह मतदाता सूची की शुद्धता के लिए नियमित प्रक्रियाएं अपनाता है और किसी भी शिकायत की जांच के लिए खुला है।
विपक्ष और समर्थकों की प्रतिक्रिया
- कांग्रेस: पार्टी नेताओं ने राहुल गांधी के दावों का समर्थन किया और कहा कि वे जल्द ही सबूतों के साथ सामने आएंगे। जयराम रमेश ने कहा, “चुनाव आयोग को अपनी निष्पक्षता साबित करने के लिए पारदर्शी जांच करानी चाहिए।”
- बीजेपी: बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी के आरोपों को “हास्यास्पद” और “हार का बहाना” बताया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस अपनी हार को स्वीकार नहीं कर सकती और बार-बार ECI और EVM पर सवाल उठाती है।”
- सोशल मीडिया: #ElectionFraud और #SaveECI जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे, जहां कुछ लोग गांधी के दावों का समर्थन कर रहे हैं, जबकि अन्य इसे “विपक्ष की निराशा” बता रहे हैं।