
झारखंड के शिक्षा, साक्षरता और पंजीकरण मंत्री रामदास सोरेन शनिवार सुबह अपने घोड़ाबांधा, टेल्को स्थित आवास के बाथरूम में फिसलकर गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके सिर में गहरी चोट और मस्तिष्क में रक्त का थक्का (ब्लड क्लॉट) होने के कारण हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें तत्काल जमशेदपुर के टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्रारंभिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर उपचार के लिए दिल्ली रेफर किया है।

स्वास्थ्य मंत्री और नेताओं का बयान
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया कि रामदास सोरेन की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें दिल्ली के मेदांता या अपोलो अस्पताल एयरलिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा, “मैं लगातार उनकी स्थिति पर नजर रख रहा हूं।” पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और जमशेदपुर के सांसद बिद्युत बरण महतो ने भी सोरेन के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई है।
घटना शनिवार सुबह करीब 4:30 बजे हुई, जब रामदास सोरेन मॉर्निंग वॉक के लिए तैयार होने से पहले बाथरूम में गए और फिसल गए। उनके सिर और हाथ में गंभीर चोटें आईं, और मस्तिष्क में रक्त का थक्का बन गया। टाटा मोटर्स अस्पताल में प्रारंभिक जांच के बाद डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को गंभीर बताते हुए दिल्ली रेफर करने का निर्णय लिया।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
रामदास सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता और घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वे हेमंत सोरेन सरकार में 30 अगस्त 2024 को शिक्षा मंत्री बने थे, जब उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की जगह ली थी। उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर से कोल्हान क्षेत्र और घाटशिला में उनके समर्थकों में शोक की लहर है। टाटा मोटर्स अस्पताल के बाहर समर्थकों की भीड़ जमा हो गई है, लेकिन डॉक्टरों की सलाह पर किसी को भी उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
शिक्षा क्षेत्र में योगदान
रामदास सोरेन ने हाल ही में शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए कई पहल शुरू की थीं। फरवरी 2025 में कोल्हान डिवीजन की बैठक में उन्होंने 100% स्कूल नामांकन, शिक्षक-छात्र अनुपात में सुधार, और क्षेत्रीय भाषाओं जैसे संताली को पाठ्यक्रम में शामिल करने पर जोर दिया था। उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर ने शिक्षा विभाग और झामुमो कार्यकर्ताओं को चिंता में डाल दिया है।
वर्तमान स्थिति
सोरेन को जल्द ही एयर एंबुलेंस से दिल्ली के मेदांता या अपोलो अस्पताल ले जाया जाएगा, जहां विशेषज्ञ न्यूरोलॉजिस्ट उनकी स्थिति की जांच करेंगे। झारखंड सरकार और पार्टी नेता उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।