लखनऊ में राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के कांवड़ियों को “सत्ता संरक्षित गुंडे” बताने वाले बयान ने सियासी और सामाजिक तूफान खड़ा कर दिया। उनके इस बयान पर विश्व हिंदू रक्षा परिषद (VHRP) ने कड़ी आपत्ति जताई और उनके लखनऊ स्थित आवास पर “जलाभिषेक” करने की चेतावनी दी।

इसके चलते गुरुवार सुबह मौर्य के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। VHRP के कार्यकर्ता उनके आवास के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे, जिससे तनाव बढ़ गया।
मौर्य ने 20 जुलाई को अपनी जनता पार्टी की प्रदेश स्तरीय बैठक में कहा था, “भगवान शिव को भोलेबाबा कहा जाता है, जो शांतिप्रिय हैं। उनके भक्त हिंसक और अराजक कैसे हो सकते हैं? ये कांवड़िए नहीं, बल्कि सत्ता संरक्षित गुंडे और माफिया हैं, जो सड़कों पर तोड़फोड़ और मारपीट करते हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती, जबकि SC/ST और अल्पसंख्यकों की छोटी गलतियों पर बुलडोजर चला दिया जाता है। मौर्य ने अपने बयान पर कायम रहते हुए VHRP के जलाभिषेक के ऐलान पर तंज कसा, “जिनका मन, मस्तिष्क और विचार पहले से गंदा है, वे दूसरों की शुद्धि क्या करेंगे?”
इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद VHRP ने मौर्य के खिलाफ लखनऊ में प्रदर्शन की योजना बनाई। गुरुवार सुबह संगठन के कार्यकर्ता उनके गोमती नगर स्थित आवास पर पहुंचे, लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण हंगामा सीमित रहा। मौर्य ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार अराजकता को बढ़ावा दे रही है और कांवड़ियों की आड़ में अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौर्य के बयान का जवाब देते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने मेरठ में कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया और चेतावनी दी कि उपद्रव करने वालों के पोस्टर लगाए जाएंगे और यात्रा के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा कि कांवड़ियों के कथित कारनामों की रिकॉर्डिंग मौजूद है, फिर भी सरकार कार्रवाई से बच रही है।
मौर्य के इस बयान ने पहले भी हिंदू धर्म और रामचरितमानस पर उनकी टिप्पणियों की तरह विवाद खड़ा किया है। 2023 में उनके रामचरितमानस पर बयान के खिलाफ VHP ने लखनऊ, गोरखपुर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, झांसी, कानपुर और प्रयागराज में मुकदमे दर्ज कराए थे। 2023 में ही एक सपा सम्मेलन में उन पर जूता फेंकने की घटना हुई थी, जब एक युवक ने उनकी हिंदू धर्म पर टिप्पणी से नाराज होकर हमला किया था।
विपक्षी दलों ने मौर्य के बयान से दूरी बनाई। सपा सांसद डिंपल यादव ने इसे उनका निजी बयान बताया और पार्टी का समर्थन न होने की बात कही। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने भी कहा कि मौर्य को हिंदू धर्म पर ऐसे बयान नहीं देने चाहिए। मौर्य ने जवाब में कहा कि वह अपनी बात पर कायम हैं और बीजेपी की नीतियों के खिलाफ उनकी पार्टी 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव में “बीजेपी हटाओ, देश बचाओ” के नारे के साथ लड़ेगी।