
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पुलिस को भी स्तब्ध कर दिया। पत्नी बीना ने अपने प्रेमी मनोज के साथ मिलकर पति सुरेश की हत्या की साजिश रची और उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। बीना ने मनोज को तमंचा थमाते हुए कहा, “सुरेश को मार डाल, नहीं तो मेरी शक्ल मत दिखाना। इतनी गोलियां मारो कि वह बच न पाए।” दोनों ने इस जघन्य अपराध को अंजाम देने के लिए दो योजनाएं बनाई थीं।
हत्याकांड की साजिश और वारदात
एसपीआरए अमृत जैन के अनुसार, बीना और मनोज ने सुरेश की हत्या के लिए दो प्लान तैयार किए थे। पहला प्लान था रात में सुरेश के खाने में नींद की गोलियां मिलाकर उसे बेहोश करना और फिर गला दबाकर हत्या करना। जब यह योजना विफल रही, तो बीना ने मनोज को तमंचा उपलब्ध कराया। 10 जुलाई 2025 को सुबह, जब सुरेश अपने घर के चबूतरे पर मोबाइल देख रहा था, मनोज ने उसके सीने में गोली मार दी। सुरेश के भाई विजय ने मनोज को रोकने की कोशिश की, लेकिन मनोज ने उन पर भी फायरिंग की, जिससे विजय के कान पर छर्रे लगे और वह घायल हो गए।
सीओ बरला गर्वित सिंह ने बताया कि हत्या से पहले बीना लगातार मनोज को सुरेश की लोकेशन बता रही थी। उसने सुरेश को जानबूझकर घर के बाहर बैठने भेजा था। गोली चलने के बाद बीना चिल्लाई, “जितनी गोलियां मारनी हैं मार, आज इसे बचने न देना।”
आरोपियों का कबूलनामा
हत्याकांड के बाद मनोज सुबह 9:30 बजे तमंचे के साथ थाने पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने बीना को भी हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने सुरेश को दिल्ली वापस न जाने देने की साजिश रची थी। मनोज ने बताया कि बीना ने उसे तमंचा दिया और हत्या के लिए उकसाया।
आठ साल से चल रहा था प्रेम संबंध
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि बीना पिछले आठ साल से अपने पड़ोसी मनोज के साथ प्रेम संबंध में थी। सुरेश (32), जो दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था, हर हफ्ते या 10 दिन में घर आता था। बीना और सुरेश की शादी 12 साल पहले हुई थी, और उनके तीन बच्चे—10 वर्षीय नीतेश, 8 वर्षीय पुनीत और 6 वर्षीय रोशनी—हैं। बीना ने अपने प्रेम संबंधों को छिपाने के लिए कई बार पति और बच्चों को खाने में नींद की गोलियां दीं, ताकि वह मनोज से मिल सके। बच्चों ने पुलिस को बताया कि उनकी मां ने ऐसा कई बार किया और उसे जेल भेजने की मांग की।
पंचायतों का दबाव भी बेकार
बीना और मनोज के प्रेम संबंध मोहल्ले में चर्चा का विषय बन गए थे। सुरेश ने पत्नी को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। गांव में तीन बार पंचायतें हुईं, जिनमें दोनों को अलग रहने का आदेश दिया गया। इसके बावजूद, वे गुपचुप मिलते रहे। बीना ने कई बार मनोज को पुलिस से बचाया, जिसमें एक बार अलीगढ़ के होटल और एक बार दिल्ली में पकड़े जाने के बाद भी उसने मनोज को छुड़वाया।
बच्चों को स्कूल भेजकर रची साजिश
हत्याकांड के दिन बीना ने बच्चों को जानबूझकर स्कूल भेजा, हालांकि बारिश और पिता के दिल्ली जाने की वजह से बच्चे घर रहना चाहते थे। बीना ने दबाव डालकर उन्हें स्कूल भेज दिया, ताकि हत्या की योजना को अंजाम दिया जा सके।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मामला अलीगढ़ के थाना क्षेत्र में मोहल्ला कोठी का है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर लिया और आगे की जांच जारी है।