अलीगढ़-दिल्ली हाईवे पर दर्दनाक हादसा: बकरों से लदा कैंटर पलटा, पिता-पुत्र सहित चार की मौत, इतने हुए घायल

तड़के 3:30 बजे अलीगढ़-दिल्ली हाईवे पर थाना गभाना क्षेत्र में दो भीषण सड़क हादसों ने चार लोगों की जान ले ली, जिनमें एक पिता और उनका बेटा शामिल हैं। छह लोग घायल हुए हैं। पहला हादसा भुकरावली गांव के पास हुआ, जहां बकरों से लदा एक कैंटर डिवाइडर से टकराकर पलट गया। दूसरा हादसा भांकरी गांव के पास हुआ, जब एक अन्य कैंटर ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को टक्कर मार दी।

पहला हादसा: एटा के मारहरा कस्बा के पशु व्यापारी दो कैंटरों में बकरे, बकरियां और भेड़ लादकर दिल्ली बेचने जा रहे थे। एक कैंटर में छह और दूसरे में पांच लोग सवार थे। भुकरावली गांव के पास तेज रफ्तार कैंटर अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गया। कैंटर के ऊपर बैठे छह लोग नीचे गिरे। हजारी लाल (65) की मौके पर मौत हो गई, जबकि उनके बेटे अमर सिंह (32) और हरीशचंद्र (मारहरा, एटा) को जेएन मेडिकल कॉलेज में मृत घोषित किया गया। विमल, सतेंद्र, और गुड्डू घायल हैं और मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चल रहा है।

दूसरा हादसा: दूसरा कैंटर भांकरी गांव के पास CNG खत्म होने के कारण रुका था। चालक और अन्य लोगों को पहले कैंटर के पलटने की खबर मिली, जिसके बाद वे ट्रैक्टर-ट्रॉली में लिफ्ट लेकर घटनास्थल की ओर जा रहे थे। तभी एक अन्य कैंटर ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को टक्कर मार दी। इस हादसे में रूपेंद्र (मारहरा, एटा) की मौत हो गई, जबकि यशवीर, महाराज सिंह, और दीपक घायल हो गए। दो घायलों को जिला अस्पताल और बाकी को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही हादसे का संभावित कारण हो सकती है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 281 (लापरवाही से वाहन चलाना), 304A (उपेक्षा से मौत) और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए हैं, और जांच जारी है।

हादसों ने अलीगढ़-दिल्ली हाईवे पर सड़क सुरक्षा की कमियों को फिर उजागर किया है। हाल के महीनों में इस मार्ग पर कई हादसे हुए हैं, जो तेज रफ्तार और अपर्याप्त निगरानी की ओर इशारा करते हैं। पुलिस और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है।

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