आगरा में श्री बालाजी ज्वैलर्स शोरूम में लूट और हत्या के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार सुबह सिकंदरा थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने मुख्य आरोपी अमन, जो बिचपुरी के मघटई का रहने वाला था, को मार गिराया। पुलिस ने उसके भाई को भी हिरासत में लिया है।

दो मई को बाइक सवार दो बदमाशों ने सिकंदरा में बालाजी ज्वैलर्स शोरूम में 22 लाख रुपये से अधिक के जेवरात लूटे थे। शोरूम में सेल्स गर्ल रेनू और एक अन्य ग्राहक युवती मौजूद थीं। भागते समय बदमाशों ने शोरूम के सामने सराफा कारोबारी योगेश चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना से कारोबारी समुदाय में आक्रोश फैल गया था, और पुलिस को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था।
पुलिस ने 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मुखबिरों के जरिए बदमाशों की जानकारी जुटाई। सीसीटीवी में एक तीसरे साथी का चेहरा साफ दिखा, जिससे पुलिस बिचपुरी ब्लॉक के एक गांव तक पहुंची। हालांकि, बदमाश अपने घरों से फरार हो चुके थे। पुलिस ने उनके तीन साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। मंगलवार सुबह सिकंदरा के अंसल एपीआई के पास पुलिस ने अमन को घेर लिया। उसने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने उसे ढेर कर दिया। अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित किया गया।
इस मुठभेड़ पर समाजवादी पार्टी ने सवाल उठाए हैं। पार्टी ने एक्स पर पोस्ट कर दावा किया कि भाजपा सरकार अपराध रोकने में नाकाम होने पर फर्जी मुठभेड़ करवाती है और सपा को बदनाम करने के लिए यादव एंगल जोड़ती है। सपा का कहना है कि मुठभेड़ में मारा गया युवक दूसरी जाति का है, लेकिन उसे यादव बताकर सपा के खिलाफ साजिश रची जा रही है।