अटारी सीमा बंद: पर्यटकों ने टाली योजना, स्थानीय लोग पीएम मोदी के फैसले के समर्थन में..

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में अटारी चेक पोस्ट को बंद करने के संबंध में अमृतसर के लोगो ने भारत सरकार के फैसले की सराहना की है।

अमृतसर के स्थानीय लोगों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में अन्य कूटनीतिक उपायों के अलावा अटारी एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) को बंद करने के भारत सरकार के फैसले की सराहना की है। उन्होंने 22 अप्रैल के हमले की भी निंदा की और सरकार के फैसले का समर्थन किया, हालांकि उनमें से कुछ को अपनी योजनाओं में देरी या रद्द करनी पड़ी है। राजस्थान के एक पर्यटक सुरिंदर सिंह ने बताया कि वे पाकिस्तान में एक पारिवारिक शादी में शामिल होने के लिए सीमा पार करने की उम्मीद के साथ अमृतसर आए थे।

लोगो ने कहा आतंकवादियों ने जो किया है, वह गलत है…हमें ( पाकिस्तान ) जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है क्योंकि सीमा बंद है…देखते हैं अब क्या होता है।” केंद्र सरकार ने सार्क वीजा छूट योजना को भी निलंबित कर दिया है, जिससे पाकिस्तानी नागरिकों को अपने देश लौटने के लिए 48 घंटे का समय मिल गया है। एक पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद जमील ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा कि “जिसका भी खून बहा है, वह गलत है।” “खून किसी का भी बहे वो गलत है (जिसका भी खून बहा है, वह गलत है) चाहे वह मेरा हो या किसी और का, सबके दिल एक जैसे धड़कते हैं।

वहीं अमृतसर के व्यापारियों ने कहा कि हालांकि उनका कारोबार प्रभावित होगा, लेकिन वे इस फैसले को लेकर पीएम मोदी के साथ खड़े हैं/ अटारी के एक व्यापारी ने कहा, “अटारी सीमा बंद होने से यहां के कारोबार पर निश्चित रूप से असर पड़ेगा…लेकिन जो घटना हुई है, वह भी बहुत गलत है।” एक अन्य व्यापारी ने कहा कि पुलवामा में निर्दोष लोगों पर हमला गलत था, उन्होंने कहा, “पर्यटकों पर हमला गलत था। हम देश के साथ खड़े हैं। जिस हिसाब से मोदी जी देश चला रहे हैं, चलने दो। हम पीएम मोदी के फैसलों के साथ खड़े हैं।

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