बंगाल में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन: मुर्शिदाबाद में 3 की मौत, 150 से अधिक गिरफ्तार..
मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसमें कम से कम अबतक तीन लोगों की मौत हो गई है।

वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। जिले में सीमा सुरक्षा बल की करीब 8 कंपनियों के साथ ही करीब 1,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सप्ताहांत में हिंसक झड़प वाले इलाकों में डीजी से लेकर एडिशनल एसपी तक के अधिकारियों को तैनात किया गया है। हालांकि, कल रात कोई प्रतिकूल घटना नहीं हुई।
यह घटना कलकत्ता उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद हुई है, जिसमें न्यायालय ने न केवल मुर्शिदाबाद में बल्कि उन सभी स्थानों पर केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया है , जहां ऐसी हिंसक घटनाएं होती हैं। ममता बनर्जी सरकार की देरी से प्रतिक्रिया की आलोचना करते हुए उच्च न्यायालय ने मौजूदा स्थिति को “गंभीर और अस्थिर” बताया। न्यायालय ने राज्य सरकार को 17 अप्रैल तक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी आदेश दिया।
यह अशांति इस सप्ताह के शुरू में शुरू हुई और शुक्रवार तथा अगले दिन और अधिक तीव्र हो गई, क्योंकि जिले के कई हिस्सों में भीड़ द्वारा हिंसा, आगजनी तथा पुलिस गोलीबारी सहित हिंसक घटनाएं सामने आईं। समसेरगंज, सुती और धुलियान समेत जिले के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन की खबरें हैं, जहां भीड़ ने वाहनों को आग लगा दी, घरों पर हमला किया और पुलिस के साथ झड़प की। पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में अब तक 130 से ज़्यादा लोगों को गिरफ़्तार किया है।
हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई। मृतकों की पहचान 65 वर्षीय हरगोबिंदो दास और उनके बेटे 40 वर्षीय चंदन दास के रूप में हुई है, दोनों को कथित तौर पर समसेरगंज में उनके घर से घसीट कर मार दिया गया। एक अन्य व्यक्ति, 25 वर्षीय एजाज अहमद की गोली लगने से मौत हो गई। हिंसक झड़पों में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।