बाराबंकी जिले के बिहुरा गांव के बाहरी इलाके में एक युवा जोड़े के शव पेड़ से लटके पाए गए। पुलिस ने जांच शुरू की। उन्होंने बताया कि दम्पति अलग-अलग समुदायों से थे और पिछले चार वर्षों से उनके बीच प्रेम संबंध थे।

पुलिस ने बताया कि मृतक युवक की पहचान सूरज के रूप में हुई है जो पहाड़पुर गांव का निवासी था, जबकि लड़की निशा बानो पड़ोसी गांव बिहुरा की रहने वाली थी।
उन्होंने बताया कि दोनों चार साल से रिश्ते में थे लेकिन सामाजिक और धार्मिक बाधाओं के कारण उनकी शादी नहीं हो सकी।
पुलिस ने बताया कि कुछ दिन पहले दोनों भाग गए थे, लेकिन परिवार के दबाव में वापस लौट आए। इसके बाद सूरज के परिवार ने तीन महीने पहले उसकी शादी तय कर दी।
स्टेशन हाउस ऑफिसर डीके सिंह ने कहा, “दोनों एक दूसरे से आधा किलोमीटर के दायरे में रहते थे। सूरज अपने पिता के साथ खेती करता था, जबकि निशा स्नातक की पढ़ाई कर रही थी।”
उन्होंने कहा, “वे अक्सर उसी आम के बाग में मिलते थे, जहां उनके शव मिले थे। घटनास्थल निशा के घर से करीब 200 मीटर और सूरज के घर से 300 मीटर दूर है।”
एसएचओ ने बताया कि सूरज की पत्नी ने गुरुवार रात करीब दो बजे सूचना दी कि वह घर से लापता है। उन्होंने बताया कि परिवार द्वारा काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चल सका।
एसएचओ ने बताया कि गुरुवार सुबह खेतों की ओर जा रहे कुछ ग्रामीणों ने दंपत्ति के शवों को एक आम के पेड़ से लटकते हुए देखा, जिसमें एक दुपट्टा और गमछा बांधकर फंदा बनाया गया था। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस तुरन्त घटनास्थल पर पहुंच गई।
एसएचओ ने आगे कहा कि “शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और गहन जांच चल रही है”।
क्षेत्राधिकारी जगत राम कनौजिया ने कहा, “प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन हम दबाव, धमकी या यहां तक कि हत्या की संभावना से भी इनकार नहीं कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। चूंकि मामला दो अलग-अलग समुदायों से जुड़ा है, इसलिए गांव में कुछ तनाव है।”
कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।