जस्टिस यशवंत वर्मा कैश मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज होगी सुनवाई, दिल्ली फायर चीफ का बयान दर्ज
सुप्रीम कोर्ट आज जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से कथित तौर पर नकदी बरामद होने के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई करेगा। याचिका में एफआईआर दर्ज करने और पुलिस जांच की मांग की गई है। इस बीच, दिल्ली फायर चीफ अतुल गर्ग ने छह घंटे की पूछताछ के बाद अपना बयान दर्ज कराया है।

दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के आवास पर कथित रूप से नकदी मिलने के मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक महत्वपूर्ण याचिका पर सुनवाई होनी है। सुप्रीम कोर्ट के वकील मैथ्यू नेदुम्परा द्वारा दायर याचिका में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है और तर्क दिया गया है कि मामले की जांच के लिए तीन न्यायाधीशों की समिति का गठन अनावश्यक है। इसके बजाय, इसमें पुलिस के नेतृत्व में जांच की मांग की गई है।
न्यायमूर्ति अभय एस. ओका और न्यायमूर्ति उज्जल भुयान की पीठ इस सुनवाई की अध्यक्षता करेगी। याचिका में सरकार से न्यायिक भ्रष्टाचार को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने का भी आग्रह किया गया है, जिसमें न्यायिक मानक और जवाबदेही विधेयक, 2010 पर पुनर्विचार करना भी शामिल है।
दिल्ली अग्निशमन प्रमुख अतुल गर्ग से छह घंटे तक पूछताछ
इस बीच, दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने पुलिस द्वारा छह घंटे की पूछताछ के बाद अपना बयान दर्ज कराया है। उनकी गवाही को चल रही जांच में अहम माना जा रहा है।
न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा नकदी विवाद क्या है?
विवाद तब शुरू हुआ जब जस्टिस यशवंत वर्मा के घर में आग लग गई। घटना के समय वे घर पर नहीं थे, लेकिन रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि घटनास्थल पर जले हुए नोट मिले हैं। हालांकि, बाद में दिल्ली फायर सर्विस चीफ ने कहा कि आग बुझाते समय कोई नकदी नहीं मिली।
इसके बावजूद, जज के घर के बाहर कथित तौर पर जले हुए नोट बरामद किए गए, जिससे मामले को लेकर राजनीतिक और कानूनी तूफ़ान और तेज़ हो गया। अब जब सुप्रीम कोर्ट इस मामले में हस्तक्षेप करने वाला है, तो सभी की निगाहें आज की सुनवाई पर टिकी हैं।