बरेली में चाचा भतीजे की गोली मारकर हत्या; पुलिस का कहना कि बदला लेने की हो सकती है मंशा
घटना धरमपुर गांव में हुई और पीड़ितों में से एक दौलत खान पर 2018 में हत्या का आरोप लगाया गया था। वह इस मामले में जमानत पर बाहर था।

बरेली जिले के एक गांव में गुरुवार सुबह 55 वर्षीय व्यक्ति और उसके 35 वर्षीय भतीजे की छह से सात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह दोहरा हत्याकांड दो परिवारों के बीच प्रतिद्वंद्विता का नतीजा था।
घटना धरमपुर गांव में हुई और पुलिस ने मृतकों की पहचान दौलत खान और उसके भतीजे रईस खान के रूप में की। पुलिस ने बताया कि दोनों अपनी कृषि भूमि पर जा रहे थे, तभी तीन मोटरसाइकिलों पर सवार आरोपियों ने कथित तौर पर उन्हें रोका और उन पर गोलियां चला दीं। दौलत और रईस की मौके पर ही मौत हो गई।
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया, “हमें पता चला है कि दौलत खान की नन्हे मिस्त्री के परिवार के सदस्यों के साथ पुरानी दुश्मनी थी, जिसकी उसने सात साल पहले गांव में हुए विवाद के बाद हत्या कर दी थी। दो लोगों को हिरासत में लिया गया है…जल्द ही गिरफ़्तारी की संभावना है।”
मिस्त्री की 2018 में हत्या कर दी गई थी और खान इस मामले में आरोपियों में से एक था। पुलिस ने बताया कि दोनों परिवारों के सदस्य अक्सर एक-दूसरे से झगड़ते रहते थे। फरीदपुर थाने के प्रभारी हरेंद्र सिंह ने बताया कि दौलत को पिछले साल मिस्त्री हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया था और जमानत पर रिहा किया गया था। सिंह ने बताया, “बदला लेने की नीयत रखने वाले आरोपी जेल से बाहर आने के बाद से ही उसकी तलाश कर रहे थे। आज उन्होंने उसके भतीजे के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।”