मकर संक्रांति में पटनावासियों के लिए हुआ बड़ा इंतजाम, नही करना पड़ेगा परेशानियों का सामना
त्योहारों में दूध, दही, पनीर की डिमांड बढ़ जाती है। जिसकी वजह से कुछ लोगों को त्योहार वाले दिन नहीं मिल पाता इसलिए लोग पहले से लेकर अपने-अपने घरों में रख लेते है। हर त्योहार में यह दिक्कत आम हो गई हैं। इसी दिक्कत को देखते हुए डेयरी ने एक कदम उठाया जिसके बाद लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन यह अवसर का लाभ सिर्फ बिहार ही उठा पाएंगे। मकर संक्रांति के मौके पर इस बार बिहार के लोगों को दूध-दही की किल्लत नहीं होगी। मकर संक्रांति में बिहार के लोगों के लिए बड़ा इंतजाम हो गया है।
दरअसल सुधा डेयरी (Sudha Dairy) ने संक्रांति के लिए दूध-दही से लेकर तिलकुट गुड़ तक की पर्याप्त व्यवस्था कर ली है। पटना डेयरी प्रोजेक्ट (Patna Dairy Project) ने मकर संक्रांति को देखते हुए लगभग 34 लाख लीटर दूध की बिक्री का लक्ष्य रखा है ताकि जो लोग घर में दही जमाना चाहते हैं आसानी से उन्हें दूध उपलब्ध हो जाए और दही जमा सकें। पहले से जमा जमाया दही खरीदने वाले लोगों के लिए भी डेयरी की तरफ से विशेष प्रबंध है। लगभग सात से आठ लाख किलो दही बेचने की तैयारी पटना डेयरी प्रोजेक्ट की तरफ से कर ली गई है।
तैयारी सिर्फ दूध और दही की बिक्री की ही नहीं है बल्कि मकर संक्रांति में जितनी जरूरत दूध और दही की होती है उसके साथ ही तिलकुट और पनीर की भी होती है, इसे देखते हुए लगभग दस हजार किलो तिलकुट और लगभग 20 हजार किलो पनीर भी बेचने की तैयारी है। शहर के लोगों को दूध से लेकर दही तक आसानी से मिल जाए इसके लिए विशेष टैंकर की भी व्यवस्था की गई है साथ ही दूध, दही, तिलकुट और पनीर बेचने के लिए उड़न दस्ते का भी गठन किया गया है जो पटना सहित वैशाली, नालंदा, और सारण जैसे जिले में लोगों के बीच उपलब्ध है।
पटना में दूध-दही सहित अन्य उत्पादों की बिक्री के लिए कई जगहों पर टैंकर लगाया जा रहा है ताकि आसानी से लोगों को दूध-दही मिल सके। पटना के बोरिंग रोड में सुबह सात से दस बजे, राजवंशी नगर, हनुमान मंदिर के पास सुबह 10,30 बजे से 1.30 बजे तक, पटना के जगदेव पथ में दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक, पीरबहोर थाना के पास सुबह सात बजे से दस बजे तक, जबकि दिनकर गोलंबर के पास 10.30 बजे से 1.30 बजे तक और पटना के ही गायघाट पुल के नीचे शाम 2 बजे शाम से 5 बजे तक ये सुविधा मिल सकेगी।