सुंदर दिखने के लिए 40 ऊंटों ने करा ऐसा काम, जिसकी वजह से कॉम्पिटीशन से हुए बाहर
सौंदर्य प्रतियोगिताओं में जिस तरह से इंसान हिस्सा लेते है, उसी तरह से जानवर भी हिस्सा लेते है। जानवरों के बीच भी ब्यूटी कॉन्टेस्ट कराए जाते है। सौंदर्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए मॉडल्स कॉस्मेटिक सर्जरी करवाते हैं और सुंदर दिखने के लिए बोटॉक्स जैसे इंजेक्शन का सहारा लेते हैं। आप जानकर आश्चर्य में पड़ जाएंगे कि इस तरह की कॉस्मेटिक सर्जरी मनुष्यों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि जानवर भी सौंदर्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए ऐसी सर्जरी और इंजेक्शन का सहारा लेते हैं। 40 ऊंटों ने सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए मॉडल्स की तरह कॉस्मेटिक सर्जरी करवाई, जिसकी वजह से वह हिस्सा न ले सके।
सऊदी अरब से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक सौंदर्य प्रतियोगिता से 40 ऊंटों को बाहर कर दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने सुंदर दिखने के लिए बोटॉक्स इंजेक्शन का सहारा लिया था। यह बात सामने आने के बाद सऊदी अरब के किंग अब्दुलाजिज ने इन ऊंटों को ‘कैमल फेस्टिवल’ में होने वाले सौंदर्य प्रतियोगिता से बाहर कर दिया।
सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, 40 ऊंटों को बोटॉक्स इंजेक्शन लगवाने तथा अन्य कॉस्मेटिक टचअप्स करवाने की वजह से सौंदर्य प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया। प्रतियोगिता की लीगल कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि ऊंटों के साथ छेड़छाड़ करना जुर्म है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने पर मालिक को जुर्माना देना पड़ता है। ऊंटों में फिलर्स, बोटॉक्स अथवा हॉरमोन्स इंजेक्ट करने पर 1 लाख रियाल का जुर्माना लगता है। इसके अलावा ऊंटों की पूछ काटने अथवा उन्हें रंगने पर 30 हजार रियाल का जुर्माना लग सकता है।
बता दें कि मालिक अपने ऊंटों को बाकियों से अलग दिखाने और प्रतियोगिता जीतने के लिए ‘कोलेजन लिप फिलर्स’ का इस्तेमाल कर उनके होंठों को स्ट्रेच करवाते हैं। इसके अलावा कृत्रिम रूप से उनकी मांसपेशियां भी बढ़वाते हैं तथा रबर बैंड का उपयोग कर उनके शरीर के अंगों को फुलाते हैं, जिससे वह आकर्षक दिख सकें। ऐसा करने पर उनके प्रतियोगिता को जीतने के चांसेज बढ़ जाते हैं।
सऊदी अरब में ऊंटों का ब्यूटी कॉन्टेस्ट हर साल दिसंबर महीने में होता है। इस कॉम्पिटीशन में सबसे सुंदर दिखने वाले ऊंट को जीत मिलती है और ईनाम के रूप में कैश प्राइज मिलता है। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि यह राशि 25 करोड़ रियाल तक होती है। सिर्फ यही नहीं इस फेस्टिवल में सबसे सुंदर दिखने वाले ऊंट की निलामी भी होती है, जिसके जरिए लाखों-करोड़ों की कमाई की जाती है।