राफेल डील पर वाड्रा ने मोदी से देश को ‘सच’ बताने के लिए कहा

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा राबर्ट वाड्रा ने बुधवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर उनके ‘पीछे पड़ने’ का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें देश को ‘झूठ के पीछे मामले को छुपाने के स्थान पर सच’ बताना चाहिए।

जीजा राबर्ट वाड्रा

वाड्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह शुरुआत में ‘आश्चर्यचकित’ हो जाते थे, लेकिन ‘यह अब एक खुला तमाशा बन गया है कि भाजपा चाहे रुपये का लुढ़कना हो, ईंधन की कीमतों का बढ़ना हो या अभी हाल ही में राफेल मामले में पर्दाफाश होने का मामला हो, सभी मामलों में मेरा नाम उछालती है।’

भाजपा ने आरोप लगाया था कि वाड्रा और हथियार विक्रेता व बिचौलिए संजय भंडारी के बीच सांठगांठ थी, जिसकी वजह से फ्रांस की कंपनी ने 2012 में सौदा रद्द किया था। इसके बाद वाड्रा ने यह बयान दिया है।

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वाड्रा ने कहा, “सभी एजेंसियां उनके नियंत्रण में हैं..यह भाजपा से बेहतर कोई नहीं जानता कि वे लोग बीते चार वर्षो से मुझपर आधारहीन राजनीतिक विद्वेष से निशाना साध रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि ‘इसके बजाए उन्हें अपने 56 इंच की छाती को मजबूत कर राफेल सौदे से जुड़े तथ्यों को देश को बताना चाहिए, न कि उन झूठों के झुंड के पीछे छिपना चाहिए जिन्हें सुन सुनकर लोग थक चुके हैं।’

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भाजपा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि वाड्रा से निकट संबंध रखने वाले भंडारी ने 2008 में ऑफसेट इंडिया सोल्यूशन (ओआईएस) नाम से कंपनी बनाई और उसने राफॉट के साथ संयुक्त उपक्रम गठित किया। उसने पीछे के दरवाजे से राफेल विमान के ऑफसेट क्लॉज में प्रवेश करने का प्रयास किया।

पार्टी ने आरोप लगाया कि तत्कालीन सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन पर भंडारी की कंपनी को काम देने का दबाव बनाया था। भाजपा ने यह भी कहा कि वर्षो की बातचीत के बाद राफेल सौदे को छोड़ दिया गया क्योंकि वाड्रा को कमीशन नहीं मिल रहा था।

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