नोटबंदी के खिलाफ केरल में बनी 700 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला
तिरुअनंतपुरम| केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एडीएफ) ने गुरुवार को नोटबंदी के खिलाफ 700 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई। केंद्र सरकार के नोटबंदी के विरोध में यह मानव श्रृंखला यहां के राजभवन से कासरगोड तक बनाई गई। इस श्रृंखला में केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन, पूर्व मुख्यमंत्री वी. एस. अच्युतानंदन व माकपा के लोकसभा सदस्य पी. करुणाकरण भी शामिल हुए।
शाम पांच बजे के 15 मिनट पहले इसका अभ्यास किया गया। इसके बाद फिर से मानव श्रृंखला बनाई गई और एक संकल्प पढ़ा गया, जिसे सबने दोहराया।
यह श्रृंखला राष्ट्रीय राजमार्ग और कोट्टायम, पत्तनमतिट्टा जिले से होकर बना, जहां से होकर राजमार्ग नहीं गुजरता। अन्य माकपा कार्यकर्ता अलापुझा जिले में विभिन्न स्थानों पर इस श्रृंखला में शामिल हुए।
इसी तरह इडुकी और वयनाड जैसे पहाड़ी जिले में अलग से एक मानव कड़ी बनाई गई।
इस श्रृंखला के बनाए जाने के तुरत बाद माकपा के प्रदेश सचिव कोडियेरी बालाकृष्णन ने यहां एक जनसभा में कहा कि नोटबंदी के खिलाफ इस आयोजन में 10 लाख लोगों ने भाग लिया और करीब इतने ही लोग इस पहली मानव श्रृंखला में शामिल हुए। लोगों ने इसमें राजनीतिक जुड़ाव के स्तर से ऊपर उठकर भाग लिया।
बालाकृष्णन ने कहा कि नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पंगु बना दिया है। नरेंद्र मोदी के इस तुगलकी फरमान से हर क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
दूसाी ओर, केरल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष वी. मुरलीधरन ने कहा कि माकपा ने फैसला लिया है कि जो लोग राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत काम करते हैं, यदि वे इस मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए आते हैं तो उन्हें एक दिन के लिए काम करने की जरूरत नहीं है। उन्हें पूरे दिन का पारिश्रमिक मिलेगा।
मुरलीधरन ने एक बयान में कहा, “हमने इसके बारे में केंद्र सरकार को सूचित कर दिया है और कार्रवाई करने के लिए कहा है, क्योंकि राज्य सरकार अपने अधिकार का दुरुपयोग कर रही है।”