सोने की कीमतों में आया उछाल चांदी भी हुई महंगी, जानें क्या हैं आज का भाव
अमेरिकी प्रोत्साहन पैकेज पर सकारात्मक संकेतों के चलते भारतीय बाजार में आज सोने की वायदा कीमत में लगातार तीसरे दिन तेजी दर्ज की गई। वैश्विक संकेतों के अनुसार, अमेरिका में तीन नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले ही नए प्रोत्साहन पैकेज पर सहमती हो सकती है। एमसीएक्स पर दिसंबर का सोना वायदा 0.27 फीसदी बढ़कर 51,047 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, जबकि चांदी वायदा 0.6 फीसदी बढ़कर 63,505 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले सत्र में सोना 0.45 फीसदी चढ़ा था और चांदी 1.6 फीसदी उछली थी।
वैश्विक बाजारों में इतनी बड़ी कीमत
वैश्विक बाजारों में, अमेरिकी प्रोत्साहन पैकेज की आशाओं पर सोने की दरें बढ़ी हैं। साथ ही कमजोर अमेरिकी डॉलर से भी सोने को समर्थन मिला। सोना हाजिर 0.3 फीसदी बढ़कर 1,912.11 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी 0.7 फीसदी बढ़कर 24.82 डॉलर प्रति औंस और प्लैटिनम 0.3 फीसदी बढ़कर 873.89 डॉलर हो गया। प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले डॉलर इंडेक्स 0.14 फीसदी नीचे था, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना सस्ता हो गया।
महामारी से आर्थिक प्रहार को कम करने के लिए सोने को मुद्रास्फीति और कमजोर मुद्रा के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जा रहा है। दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग मंगलवार को 0.23 फीसदी गिरकर 1,269.93 टन रही।
त्योहारी सीजन में बढ़ेगी मांग
भारत में इस साल वैश्विक स्तर के अनुरूप सोने की कीमतें 25 फीसदी बढ़ी हैं। विश्लेषकों को उम्मीद है कि अमेरिकी डॉलर और सामान्य बाजार जोखिम धारणा में तेजी के आधार पर सोने की कीमत में गिरावट बनी रहेगी। विश्लेषकों के उम्मीद जताई कि भारत में सोने की मांग त्योहारी सीजन में बढ़ेगी। सोना व्यापक प्रोत्साहन उपायों से प्रभावित होता है क्योंकि इसे व्यापक रूप से मुद्रास्फीति और मुद्रा में आई गिरावट के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जाता है।
सोने का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है भारत
भारत में सोने का आयात अगस्त में बढ़कर 3.7 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले साल इसी महीने में 1.36 अरब डॉलर था। चीन के बाद भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है। भारत में सोने पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क और तीन फीसदी जीएसटी लगता है।