पहाड़ों की रानी मसूरी में गणेशोत्सव की धूम…

रिपोर्टर – सुनील सोनकर

स्थान –  मसूरी

देशभर में गणेशोत्सव की धूम है वही पहाडों की रानी मसूरी में भी गणपति बप्पा के जयकारों से गूंजयमान हो रखी है । मसूरी श्री गणेष सेवा समिति लंढौर बाजार द्वारा प्रथम गणेष उत्सव का आयोजन किया गया । तीन दिनों तक पूजा अर्चना करने के बाद से गुरूवार को सुबह श्रद्धालुओं ने शहर के मुख्य मार्गों पर मसूरी सनातन धर्म मंदिर से गणेशोत्सव की शोभायात्रा निकाली।

 

 

वहीं बीते 9 सितंबर को सनातन धर्म मंदिर मसूरी में गणेश मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर परिसर में कथा का आयोजन शुरू किया गया था। मसूरी यमूना पुल के पास नदी में मूर्ति विसर्जित की जायेगी इससे पूर्व षोभा यात्रा के दौरान श्रद्वालुओं ने गणपति बापा मौर्या अगले बसर फिर आना के नारे लगाये गए। मंदिर में विषाल भंडारे का भी आयोजन किया गया।

जम्मू-कश्मीर में हमले की साजिश फेल, सुरक्षाबलों ने 6 AK-47 के साथ इतने आतंकी किए गिरफ्तार

दरअसल मंदिर समिति के अध्यक्ष अनुराग रस्तोगी और सदस्य षानू रस्तोगी ने बताया की मसूरी में पहली बार गणेशोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें मसूरी और आसपास के सैकडों श्रद्वालुओं ने भगवान श्री गणेष का आर्षिवाद लिया।

जहां उन्होने कहा कि समिति द्वारा हर साल भव्य आयोजन करवाया जायेगा। उन्होने बताया की  गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणपति का जन्म हुआ था। इस दिन भक्त भगवान गणेश की मूर्ति घर लाकर उनका सत्कार करते हैं। दस दिन बाद अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन के साथ गणपति बप्पा को विदाई दी जाती है।

देखा जाये तो उनसे अगले बरस आने का वादा भी श्रद्धालु लेते हैं। भगवान गणेश का हिंदू धर्म में बड़ा स्थान है। कोई भी शुभ कार्य, पूजा-पाठ, हवन उनकी स्तुति से ही आरंभ होता है।

LIVE TV