अमरनाथ यात्रा शुरू लेकिन आतंकी खतरा भी बरकरार

अमरनाथ यात्राजम्मू। हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर घाटी में फैले तनाव की वजह से रोकी गई अमरनाथ यात्रा फिर शुरू करा दी गई है। यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा बल पूरी तरह अलर्ट हैं। इस बीच खतरे की घंटी भी बज गई है। सुरक्षा बलों को भारत में 200 आतंकियों के घुसने की सूचना मिल चुकी है। बताया जा रहा है कि ये आतंकी बुरहान वानी की मौत के मुद्दे को भुनाना चाहते हैं।

अमरनाथ यात्रा है 200 आतंकियों के निशाने पर

दरअसल, दो दिन पहले हिजबुल के पोस्टर ब्वाय बुरहान को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। उसके जनाजे में हजारों लोग जुटे थे, जिसके बाद घाटी में तनाव फैल गया था।

माना जा रहा है कि इस तनाव का फायदा आतंकी संगठन उठाना चाहते हैं। वह घाटी के युवाओं को अपने पक्ष में करने के मूड में हैं। इसी वजह से 200 जिहादियों की फौज को भारत में एंट्री की तैयारी चल रही है।

जानकारी के अनुसार नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर से घुसने की फिराक में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और जमात-उद-दावा के 200 सदस्य हैं। उनके निशाने पर अमरनाथ यात्रा भी है। इस जानकारी के बाद से ही पूरी घाटी में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है, वे सभी महत्वपूर्ण विश्वविद्यालयों में निगरानी रख रही हैं।

इससे पहले शनिवार को सुरक्षा कारणों के चलते यात्रियों को जम्मू से घाटी तक जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी, हालांकि जो लोग पहले ही बालटाल और नुनवान (पहलगाम) के शिविरों में पहुंच गए थे, उनकी यात्रा जारी रखी गई थी।
प्रशासन ने कश्मीर घाटी में उपजे तनाव के बाद किसी भी तरह की अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए पूरे जम्मू क्षेत्र में रविवार को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी। पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘पूरी जम्मू क्षेत्र में शांति बनी रहे इसके लिए मोबाइल, इंटरनेट सेवाएं रद्द कर दी गई हैं लेकिन ब्रॉडबैंड लाइनों पर इंटनेट सेवाएं यथावत चल रही है।’

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