नवजात बच्चे के सिर के पीछे था एक और सिर, डाक्टरों की सूझ-बूझ से बची जान

गंभीर बिमारी से पीड़ित लड्डू को दिल्ली के डॉक्टरों ने नया जीवन दान दिया। डॉक्टरों ने कड़ी मशक्कत के बाद लड्डू के जीवन में नया उजाला भरा। बता दें कि 6 माह के लड्डू के सिर के पीछे जन्म से ही एक सिर जुड़ा हुआ था। लड्डू के 15 सेंटीमीटर सिर के पास एक और सिर जुड़ा हुआ था जिसका कुल वजन 25 सेंटीमीटर था। जैसे ही लड्डू का जन्म हुआ उसके परिजन उसकी हालत देख हौरान हो गए। वहीं डॉक्टरों ने भी इस बिमारी को जड़ से खत्म करने का मन बनाया और करीब 6 घंटे प्रयास के बाद लड्डू को इस समस्या से निजात दिलाया। बता दें कि बच्चे के सिर के पीछे एक लड्डू जैसा हिस्सा निकला था जिसके चलते परिजनों ने उसका नाम भी लड्डू रख दिया।

जिस बिमारी से लड्डू गुडज रहा था उसे एनसीफैलोसील कहते हैं। यह एक दुर्लभ बिमारियों में से एक मानी जाती है। जन्म से ही इस बिमारी से लड़ रहे 6 माह के लड्डू को डॉक्टरों ने बीते दिन यानी शनिवार को ऑपरेशन किया। बता दें कि रोहिणी स्थित जयपुर गोल्डन अस्पताल में सात सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने 6 घंटों तक लड्डू का ऑपरेशन किया। कड़ी मशक्कत के बाद अखिरकार लड्डू को डॉक्टरों ने समान्य जीवन दिया। अब वह पहले से ठीक महसूस कर रहा है। वहीं परिजनों का कहना है कि उनके लिए यह डॉक्टर किसी भगवान से कम नहीं हैं।

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