
नई दिल्ली। आप चाहते हैं अपना बंगला बनाना या कार खरीदना लेकिन पैसे की दिक्कत आड़े आ रही है और लोन लेने पर भी काफी समय निकल जाता है। ऐसे में आपका मूड बदलना लाजमी है। लेकिन देश की दिग्गज माइक्रो फाइनेंस कंपनी ने एक ऐसी योजना बनाई है जिससे आप पलक झपकते ही अपने सारे सपने पूरे कर सकते हैं। यहां आप मिनटों में मालामाल हो सकते हैं।
भारत की दूसरी सबसे बड़ी माइक्राफाइनैंस कंपनी भारत फाइनैंशल इन्क्लूजन ने नैशनल डेटाबेस से अपने क्रेडिट सिस्टम अटैच कर दिया है। इस कदम से जरूरतमंद लोगों को तेजी से लोन मिल सकेगा और वे अपने सभी सपने पूरे कर सकेंगे।
देश में सूक्ष्म कर्जधारकों की मांग लगभग 2 खरब अमेरिकी डॉलर है और कर्ज की दरें 8.5 प्रतिशत सालाना से शुरू होती हैं। सामान्य तौर पर यह रेट होम लोन पर लागू होता है। कंपनी द्वारा उठाए गये इस कदम से उसको उम्मीद है कि दो साल के भीतर उसका कॉस्ट टू इनकम रेशियो मौजूदा 47 पर्सेंट से घटकर होकर 40 पर्सेंट हो जाएगा। यह नई प्रक्रिया तीन चरणों में होगी। जिनमें आधार बेस्ड ऐंड ऑनलाइन कस्टमर डॉक्यमेंटेशन, क्रेडिट ब्यूरो ऑथेंटिकेशन और ई-साइनिंग तीन पड़ाव होंगे।
बता दें कि देश के 16 राज्यों में भारत फाइनैंशल के पास लगभग 66 लाख कस्टमर की बड़ी संख्या है। कंपनी ने ग्रॉस लोन पोर्टफोलियो में साल दर साल 38 प्रतिशत की भारी बढ़त हासिल की है। कंपनी ने बताया कि आधार से जोड़ने पर लोन की राशि सीधे कर्जधारकों के खाते में जाएगी।
पहले भी एसकेएस माइक्रोफाइनैंस कंपनी ने जयपुर से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित देवगांव के लोगों को आधार से जुड़े फायदे पहुंचाने के लिए चुना है। यह कंपनी 19.75 प्रतिशत सालाना की दर से लोन मुहैया कराती है। जो इस सेक्टर में देश में सबसे कम है।