बढ़ते भारत पर भड़का ड्रैगन, ऐंठन निकालने के लिए पाक का लेगा सहारा

चीन भड़कानई दिल्ली। भारत ने सोमवार को 4,000 किलोमीटर की दूरी तक वार करने वाले अंतरमहाद्वीपीय बलिस्टिक मिसाइल अग्नि-4  का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया. इस परिक्षण से चीन के ‘तोते’ उड़ गए हैं. अग्नि-4 के सफल परिक्षण से चीन भड़का हुआ है.

चीन की बौखलाहट का असर उसके बयानों में साफ़ नज़र आ रहा है.

चीन ने संकेत दिया है कि अगर भारत अपने सामरिक बेड़े में लंबी दूरी के मिसाइलों की संख्या बढ़ाता है, तो चीन ऐसे मिसाइल्स विकसित करने में अपने ‘पुराने और भरोसेमंद दोस्त’ पाकिस्तान की मदद ज़रूर करेगा.

यह दावा चीन की मीडिया में किया गया है.

चीन की सरकार द्वारा चलाए जाने वाले ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है, ‘अगर लंबी दूरी के इन अंतरमहाद्वीपीय बलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को कोई आपत्ति नहीं है, तो ठीक है.

पाकिस्तान के परमाणु क्षमता संपन्न मिसाइलों की संख्या भी बढ़ेगी. ‘अखबार ने संकेत दिया है कि चीन ऐसे मिसाइल्स विकसित करने में पाकिस्तान की खुल कर मदद करेगा.

कूटनीतिक स्तर पर जो बातें सरकार खुलकर नहीं कह सकती, ऐसी बातें और विचार सामने रखने के लिए चीन की सरकार अक्सर अपनी मीडिया का सहारा लेती है.

पाकिस्तान की वकालत करते हुए कहा गया है कि पाक को भी भारत के ही बराबर परमाणु सुविधाएं और विशेषाधिकार मिलने चाहिए.

अग्नि-4 के सफल परिक्षण से चीन भड़का

इस संपादकीय लेख में एक तरफ तो यह लिखा गया है कि भारत द्वारा परमाणु क्षमता संपन्न अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों के परीक्षणों से चीन परेशान नहीं है, वहीँ दूसरी तरफ इसमें यह भी कहा गया है अग्नि 4 के परीक्षण से चीन बेचैन है.

संपादकीय में लिखा गया है, ‘हमें नहीं लगता है कि भारत के विकास से चीन को किसी तरह का खतरा है.

आगे आने वाले समय में भारत को चीन का मुख्य प्रतियोगी नहीं माना जाएगा.

अगर भारत बहुत आगे बढ़ता है तो चीन चुप नहीं रहेगा.

भारत जानता है कि अगर उसकी भौगोलिक-राजनैतिक तरकीबों से चीन के साथ उसके रिश्ते बिगड़ते हैं, तो इससे उसका ही नुकसान होगा.

इन बातों के अलावा इस संपादकीय में आरोप लगाया गया है कि ‘भारत ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की सीमाओं’ का उल्लंघन किया है.

चीन ने कहा अमेरिका और कुछ अन्य पश्चिमी देशों ने भी भारत की परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर अपने नियम को ताख पर रख दिए हैं.

भारत अपनी मौजूदा परमाणु क्षमताओं से संतुष्ट नहीं है और वह ऐसे अंतरमहाद्वीपीय बलिस्टिक मिसाइल्स विकसित करने की कोशिश कर रहा है जो कि दुनिया के किसी भी देश को निशाना बना सकते हैं.

इसके बाद भारत सुरक्षा परिषद के पांचों स्थायी सदस्यों के बराबर वाली जगह पर खुद को पेश करेगा.

इससे पहले पिछले हफ्ते ही भारत ने अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया था, जो कि 5,000 किलोमीटर तक वार कर सकता है.

इस मिसाइल के साथ ही यूरोप और चीन के सुदूर उत्तरी इलाके भी भारत की पहुंच के भीतर आ गए हैं.

LIVE TV