उत्तराखंड में जानलेवा निपाह वायरस को लेकर जारी हुई चेतावनी
उत्तराखंड। केरल में कहर का सबब बने निपाह वायरस के असर से उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में 18 चमगादड़ मरे मिले हैं। इससे उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। इसके साथ साथ विभाग ने उत्तराखंड-हिमाचल सीमा पर बसे गांवों में लोगों को वायरस से सतर्क रहने की हिदायत दी है।
प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्कूलों सहित लोक निर्माण विभाग, आइपीएच, पशुपालन विभाग सहित अन्य सभी विभागों में अलर्ट जारी कर दिया है। खासकर स्कूलों में निपाह वायरस से बचाव के लिए बच्चों को जागरूक करने को कहा है।
निपाह ऐसा वायरस है जो जानवरों से इंसानों में फैल सकता है। यह जानवरों और इंसानों दोनों में गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है।
दरअसल मनुष्यों में निपाह वायरस, encephalitis से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से ब्रेन में सूजन आ जाती है। 24-28 घंटे में यदि लक्षण बढ़ जाए तो इंसान को कोमा में जाना पड़ सकता है. कुछ केस में रोगी को सांस संबंधित समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।
बीमारी की शुरुआत सांस लेने में दिक्कत, भयानक सिर दर्द और फिर बुखार से होती है। इसके बाद दिमागी बुखार आता है। अब तक इसकी कोई वैक्सीन नहीं है।
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निपाह वायरस को देखते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक अर्चना श्रीवास्तव ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को निपाह वायरस के प्रकोप व हिमाचल प्रदेश में चमगादड़ मृत मिलने के संभावित खतरे को देखते हुए सतर्क रहने को कहा गया है।
उत्तराखंड में निपाह को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। हिमाचल में मृत मिले चमगादड़ों के रक्त के नमूने राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान, पुणे भेजे गए हैं।