Vasant Panchami 2020: वसंत पंचमी के दिन इस तरह से करें पूजा-पाठ मां सरस्वती का मिलेगा आशीर्वाद

पूरे देश में आज का दिन काफी रौनक के साथ मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के हिसाब से आज के ही दिन मां सरस्वती को याद किया जाता है। उनका उनके भक्तों को प्रसाद मिलता है। पुराण के अनुसार आज के ही दिन देवी माता सरस्वती का जन्म हुआ था। उनकी खुशी के लिए वसंत पचंमी का त्योहार मनाया जाता है।

Vasant Panchami

वसंत को सभी ऋतुओं का राजा कहा जाता है क्योंकि इस महीने में न तो ज्यादा सर्दी होती और न ही गर्मी। वसंत पंचमी पर मां सरस्वती के प्रतीक चिन्हों की भी आराधना होती है। आइए जानते हैं वसंत पंचमी का महत्व और सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त…

वसंत पंचमी का महत्व 
वसंत पंचमी के दिन को माता सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाई जाती है।
वसंत पंचमी के पर्व को ऋषि पंचमी, श्री पंचमी और सरस्वती पंचमी आदि के नाम से भी जाना जाता है।

वसंत पंचमी के ही दिन भगवान राम माता सीता की खोज में शबरी नामक भीलनी की कुटिया में पहुंचे थे। जहां पर शबरी ने प्रभु राम के प्रेम में खोकर भगवान राम को झूठे मीठे बैर खिलाए थे। यह स्थान गुजरात के डांग जिले में स्थित हैं। यहां के लोग आज भी उस शिला को बसंत पंचमी के दिन पूजते हैं जहां पर भगवान राम बैठे थे।

वसंत पंचमी को सभी शुभ कार्यों के लिए अत्यंत शुभ मुहूर्त माना गया है। मुख्यतयाः विद्यारंभ ,नवीन विद्या प्राप्ति एवं गृह-प्रवेश के लिए वसंत पंचमी को पुराणों में भी अत्यंत श्रेयकर माना गया है।
इस दिन लोग पीले वस्त्र पहनकर और पीला तिलक लगाकर घरों को पीले रंग से सजाते हैं।

वसंत पंचमी पर भगवान विष्णु और कामदेव की पूजा की जाती है।

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