सहारनपुर (न्यूज मंथन) । सहारनपुर मंडल की 16 सीटों पर सपा ने कई नए उम्मीदवारों को टिकट दिया है। सहारनपुर जनपद की सात सीटों में से चार पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे गए है। बसपा ने सहारनपुर में केवल दो सीटों देवबंद और बेहट पर ही मुस्लिमों को टिकट दिया है। सूची में सबसे चैंकाने वाला नाम माविया अली का है जो देवबंद सीट से मौजूदा विधायक है उन्हें मीना राणा की जगह देवबंद से सपा का टिकट गया है। मीना राणा के सैकड़ों समर्थकों ने आज बैठक कर माविया अली को उम्मीदवार बनाए जाने पर गहरा रोष जताया।

देवबंद सीट पर बसपा ने भी मुस्लिम उम्मीदवार उतारा है। सहारनपुर जिला पंचायत अध्यक्ष के पति माजिद को यहां से उम्मीदवार बनाया गया। भाजपा ने रामपाल पुंडीर का टिकट काटकर नए उम्मीदवार ब्रजेश रावत पर दांव खेला।
सपा ने रामपुर मनिहारान सुरक्षित सीट पर कई बार की विधायक विमला राकेश को टिकट दिया है। सहारनपुर देहात सीट पर नए प्रत्याशी गुफरान अहमद को टिकट दिया है। वह मुलायम सिंह यादव के करीबी एमएलसी आशु मलिक के बडे भाई है। यहां के आजम खां के करीबी सरफराज खान और पूर्व केंद्रीय मंत्री रशीद मसूद के करीबी अब्दुल वाहिद भी दावेदार थे।
गुफरान की उम्मीदवारी से दोनो के समर्थकों में उबाल है। सहारनपुर नगर सीट पर पूर्व मंत्री संजय गर्ग को फिर से टिकट दिया गया है। वह दो बार वहां से विधायक रह चुके है। उनका मुकाबला भाजपा की मौजूदा विधायक राजीव गुंबर से होगा। संजय गर्ग को टिकट दिए जाने का सपाइयों ने हर्ष जताया।
दिल्ली की जााम मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी के दामाद मौहम्मद उमर खां को इस बार भी टिकट दिया गया। वह 2012 के चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे थे। बाद में उन्हंे शाही इमाम की सिफारिश पर एमएलसी बना दिया गया था। अबकी वहां उनका मुकाबला बसपा से भाजपा में गए विधायक महावीर राणा से होगा। बसपा ने वहां से पूर्व एमएलसी मो. इकबाल को उम्मीदवार घोषित किया हुआ है। नकुड सीट से पूर्व सांसद तबस्सुम बेगम को सपा ने उम्मीदवार बनाया है।
मुलायम सिंह यादव ने जिस सीट पर पहले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चै. इरशाद को टिकट दिया था। लेकिन अखिलेश ने उसे बदल दिया। वहां भाजपा ने बसपा से तीन बार विधायक रहे एवं पूर्व शिक्षा मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी को टिकट दे रखा है। खास बात यह है कि तबस्सुम बेगम के बेटे नाहिद हसन को भी कैराना विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया। वह हुकम सिंह के सांसद बनने के बाद हुए उपचुनाव में सपा से विधायक चुने गए थे। गंगोह सीट पर पूर्व सांसद चै. यशपाल सिंह के बेटे चै. इंद्रसैन को टिकट दिया गया।
वहां से भाजपा ने कांग्रेस के टिकट पर पिछला चुनाव जीते प्रदीप चैधरी को उम्मीदवार बनाया है। जबकि बसपा ने पूर्व विधायक महीपाल सिंह पर दांव लगाया। इस सीट पर कांग्रेस ने पालिकाध्यक्ष नोमान मसूद की उम्मीदवारी घोषित कर रखी है। नोमान मसूद प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष इमरान मसूद के भाई है।
थानाभवन सीट पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने करीबी योजना आयोग के सदस्य एवं प्रमुख कृषि विशेषज्ञ प्रोफेसर सुधीर पंवार को उम्मीदवार बनाया है। मुलायम सिंह यादव ने वहां से पहले पूर्व मंत्री किरण पाल कश्यप को उम्मीदवार घोषित किया था। सुधीर पंवार की उम्मीदवारी का थानाभवन क्षेत्र के किसानों ने जोरदार स्वागत किया है। उनका मुकाबला मुजफ्फरनगर, दंगो के आरोपी मौजूदा भाजपा विधायक सुरेश राणा और पूर्व विधायक बसपा उम्मीदवार राव वारिस से होगा।
शामली सीट से सपा ने अपने एमएलसी चै. विरेंद्र चैधरी के पुत्र मनीष चैहान को टिकट दिया है। खतौली से प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री चै. नारायण सिंह के पौत्र एवं पूर्व सांसद दिवंगत संजय चैहान के पुत्र युवा नेता चंदन सिंह को टिकट दिया गया। चरथावल से मुकेश चैधरी, मीरापुर से नए उम्मीदवार लियाकत अली को उम्मीदवार बनाया गया। मुजफ्फरनगर शहरी सीट से पूर्व मंत्री चितरंजन स्वरूप के पुत्र गौरव स्वरूप को टिकट दिया गया।
वह अपने पिता चितरंजन स्वरूप के निधन से खाली हुई सीट पर कुछ माह पूर्व हुए उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार कपिल अग्रवाल से पराजित हो गए थे। भाजपा ने कपिल अग्रवाल को फिर से टिकट दिया है। बुढाना सीट पर प्रमोद त्यागी और पुरकाजी आरक्षित सीट से पूर्व मंत्री उमाकिरण को सपा उम्मीदवार बनाया गया।
कुल मिलाकर सहारनपुर मंडल के सपा के 16 प्रत्याशियों में छह मुस्लिम, दो अनुसूचित जाति, दो वैश्य, दो जाट, तीन गुर्जर एवं एक त्यागी बिरादरी से है। पिछले चुनाव मेें सपा इन 16 में से केवल दो सीटों देवबंद और मुजफ्फरनगर शहर पर ही जीत दर्ज कर सकी थी। बाद में हुए चुनावों में सपा इन दोनो सीटों को भी गंवा बैठी थी। इस बार भी सपा के लिए कम कठिन चुनौतियां नहीं होगी। उसे भाजपा और बसपा से लोहा लेना होगा। बसपा सहारनपुर जनपद में और भाजपा मुजफ्फरनगर जनपद में सपा को कड़ी चुनौती पेश करेगी।