Teacher’s Day: शिक्षक ही होता है समाज का वास्तविक शिल्पकार

शिक्षकभारत के प्रथम पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन  (1952-1962) और द्वितिय राष्ट्रपति रहे। उनका जन्म दिन (5 सितंबर) में, जो हर साल शिक्षक के रूप में मनाया जाता है। समाज का वास्तविक शिल्पकार शिक्षक को माना गया है और हम सभी शिक्षकों से यही विश्वास रखते हैं कि वह हमारे बच्चों को ऐसी शिक्षा प्रदान करें जिससे ना केवल उनका भविष्य उज्जवल हो बल्कि बच्चों के मार्गदर्शन में भी सुधार हो क्योंकि बच्चों पर मार्गदर्शन का असर उनकी ज़िन्दगी पर पड़ता है। जिस पर वह चलता है।

समाज में शिक्षक कई रूपों में हो सकता है, जैसे वो पैंरेन्ट्स,स्कूल टीचर आ फिर वो कोई भी किताब जो बच्चो के जीवन को प्रभावित करती हो आदि। कहने का तात्पर्य यह है कि जो लाइफ में आगे बढ़ने की सही सलाह दे और कोई भी किसी तरह की मुसीबतों से लड़ने का हौसला दें,  सही माने में देखा जाए वही असली शिक्षक होता है।

इस शिक्षक दिवस पर हमने ट्राइसिटी के लोगों से ये जानने की कोशिश की, उनके सबसे पसंदीदा शिक्षक कौन हैं? और ऐसे शिक्षकों से उन्होनों क्या सीख हासिल की और शिक्षकों का इसमें क्या योगदान रहा। कई जगहों और सकूलों के बच्चों से पता चला कि कहीं टीचर उनके लिए पैरेंट्स की तरह हैं और कहीं पैरेंट्स अध्यापक के समान।

ऐसे ही अजमेर में मायो कॉलेज के छात्रों ने बताया कि वो दिन मुझे आज भी याद है, हमारे कॉलेज के प्रिंसपल जैक गिबसन, जो एक बहुत ही अच्छे इंसान भी थे। वे स्टूडेंट के प्रति बहुत ही अच्छा स्वभाव के साथ-साथ पॉज़िटिव भी थे। उनके इसी गुण ने हमें नयी दिशा दिखाई और मुझे जिंदगी में कामयाबी हासिल हुई।

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