मेरे खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला निराधार : शशि थरूर

कोलकाता कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शनिवार को यहां कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित रूप से ‘बिच्छू’ वाले बयान पर उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत चकित करने वाली है, क्योंकि इसमें लेखक की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार पर सवाल उठाए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि यह निराधार मामला बहुत जल्द खारिज हो जाएगा।

शशि थरूर

थरूर ने कहा कि उन्होंने 2012 में एक आलेख में अज्ञात आरएसएस कार्यकर्ता के बयान का संदर्भ दिया था। थरूर ने दावा किया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और अगर उन्हें इस मामले में कानूनी नोटिस भेजा गया तो खुद की रक्षा करने के लिए तैयार हैं।

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तिरुवनंतपुरम सीट से लोकसभा सांसद ने यहां पत्रकारों से कहा, “यह मेरा बयान नहीं था। आरएसएस और प्रधानमंत्री के बीच संबंधों के बारे में बताते हुए, मैंने ‘द कारवां’ पत्रिका में 2012 में छपे एक आलेख का हवाला दिया था, जिसमें एक अज्ञात आरएसएस कार्यकर्ता ने एक पत्रकार पर टिप्पणी की थी। इसलिए कुल मिलाकर 2012 में मानहानि की घटना हुई थी, न कि अभी। और यह आरएसएस की तरफ से हुआ था, न कि शशि थरूर की तरफ से।”

उन्होंने कहा, “मैं खुद के खिलाफ मानहानि के मुकदमे के बारे में सुनकर चकित हो गया। मुझे उम्मीद है कि न्यायाधीश वास्तविक सच्चाई के आधार पर इसे खारिज कर देंगे, अगर ऐसा नहीं किया गया तो हम निश्चय ही इसका बचाव करेंगे। इन दिनों हमारी अदालतों का इस्तेमाल राजनीतिक उत्पीड़न के हथियार के तौर पर किया जा रहा है। अगर न्यायाधीश जवाब के लिए नोटिस जारी करेंगे, तो हम इसका जवाब देंगे।”

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भाजपा नेता राजीव बब्बर ने शनिवार को पटियाला हाउस अदालत में थरूर द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ दिए गए बयान के लिए आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज करवाया है और मुआवजे के रूप में पांच करोड़ रुपये की राशि की मांग की है। थरूर ने अपने बयान में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘शिवलिंग पर बैठे बिच्छू हैं।’

बब्बर ने अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी समर विशाल से कहा कि थरूर ने बदनीयती से यह बयान दिया, जिससे न केवल हिंदुओं के भगवान की अवमानना हुई, बल्कि यह अपमानजनक भी है।

थरूर ने कहा, “मेरी किताब में कई उद्धरण हैं, कुछ तो 150 वर्ष पुराने भी हैं। तो क्या कोई मुझपर अभी मानहानि का मुकदमा करेगा, क्योंकि मैंने 150 वर्ष पहले कहे गए उद्धरण का अभी हवाला दिया है?”

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थरूर की किताब ‘द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर : नरेंद्र मोदी एंड हिज इंडिया’ को पिछले महीने लांच किया गया था।

थरूर ने 28 अक्टूबर को बेंगलुरू साहित्य महोत्सव में कहा था, “मोदी शिवलिंग पर बैठे एक बिच्छू की तरह हैं। आप न तो उन्हें हाथ से हटा सकते हैं और न चप्पल से ही मार सकते हैं।”

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