आंबेडकर विश्वविद्यालय मे धड़ल्ले से चलायी जा रही है घोटालों की पाठशाला

रिर्पोटर -बृज भूषण
आगरा। आगरा का डॉ. बी.आर. आंबेडकर विश्वविद्यालय घोटालों का गढ़ बन गया है। पांच वर्ष पहले रिजल्ट तैयार करने वाली कंपनी को काम देने और फर्नीचर और कूलर खरीद में बड़ा घपला हुआ था। विजिलेंस ने तीन वर्ष की जांच के बाद बुधवार को हरीपर्वत थाने में घोटाले के संबंध में मुकदमा दर्ज करा दिया है। इसमें दो पूर्व कुलपति, रजिस्ट्रार समेत 19 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

आंबेडकर विश्वविद्यालय मे धड़ल्ले से चलायी जा रही है घोटालों की पाठशाला

आगरा के डॉ. भीम रॉव अंबेडकर विश्वविद्यालय के दो पूर्व कुलपति सहित 19 कर्मचारियों और अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पूर्व छात्र नेता मदन मोहन शर्मा ने विश्वविद्यालय के 10 घोटालों की शिकायत विजिलेंस में की थी। घोटालों की रकम करोड़ों में थी। 5 साल की छानबीन के बाद मंगलवार शाम विजिलेंस के एस.पी. ने हरीपर्वत थाने पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी।

इस तहरीर के आधार पर मंगलवार देर रात हरीपर्वत थाना पुलिस धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। पूर्व छात्र नेता मदन मोहन शर्मा ने 2013 में सुरक्षा एजेंसी घोटाला, परीक्षा एजेंसी घोटाला, परीक्षा रिजल्ट में गड़बड़ी घोटाला, पंडाल घोटाला, ट्रांसफर यात्रा पर फर्जी घोटाला, सफाई कर्मचारी भुगतान घोटाला, विश्वविद्यालय फंड इन्वेस्टमेंट घोटाला, फर्नीचर घोटाला, कंप्यूटर खरीद घोटाला सहित अन्य ऐसे घोटालों की शिकायत की थी। जिनमें बिना एग्रीमेंट के या टेंडर के एक ही संस्था को टेंडर दिए गए थे।

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यह घोटाले और भ्रष्टाचार के मामले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति डीएन जौहर, तत्कालीन कुलपति मोहम्मद मुजम्मिल, तत्कालीन वित्त अधिकारी राम पटेल सिंह, वर्तमान वित्त अधिकारी अमरचंद सिंह, तत्कालीन कुलसचिव डी के पांडे, निदेशक गृह विज्ञान संस्थान भारती सिंह, इतिहास विभाग के लीडर अमित वर्मा, सहायक कुलसचिव (परीक्षा) अनिल कुमार शुक्ला, भौतिकी विभाग के रीडर बी पी सिंह, उप कुल सचिव (परीक्षा) प्रभात रंजन, डिप्टी रजिस्ट्रार वित्त महेंद्र कुमार, वेबमास्टर अनुज अवस्थी, कार्यवाहक वित्त अधिकारी बालजी यादव, गृह विज्ञान प्रवक्ता डॉ अनीता चोपड़ा, वित्त अधिकारी राम सागर पांडे, डायरेक्टर राघव नारायण, माइंड लॉजिस्टिक लिमिटेड बेंगलुरु के प्रोजेक्ट मैनेजर शैलेंद्र टंडन, मीनाक्षी मोहन और बालेश त्रिपाठी की खिलाफ शिकायत मुख्यमंत्री और राज्यपाल से की गई थी। 5 साल तक शिकायत इधर से उधर जांच के लिए भटकती रही।

इसके बाद विजिलेंस एसपी आगरा ने छानबीन कर अपनी रिपोर्ट तैयार करके मंगलवार शाम विजिलेंस एसपी आनंद कुमार ने हरीपर्वत थाने पर विश्वविद्यालय में हुए घोटालों की तहरीर दी। जिस पर थाना अधिकारी महेश चंद्र गौतम ने मंगलवार देररात एफआईआर दर्ज कर ली। एसपी सिटी प्रशांत शर्मा का कहना है, जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध विधिक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

विडियो देखें

https://youtu.be/XhKj9H-lakQ

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