मिशन 2022 : AAP का यूपी जाेड़ो अभियान आठ जुलाई से
आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियां शुरू हो गई हैं । जिसकी तैयारी में आम आदमी पार्टी (AAP) भी जुट गई है। इसी के मद्देनदर आप का “यूपी जोड़ो अभियान” 8 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इस अभियान के तहत प्रत्येक विधानसभा में लगभग 25 हजार सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। एक महीने में पूरे यूपी में एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। ये जानकारी आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बुधवार को गोमतीनगर स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान दी है।
संजय सिंह ने कहा कि इसमें हम गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क करेंगे। उनके बीच जाकर शिविर लगाएंगे। हमारे कार्यकर्ता रसीदें लेकर गांव-गांव जाएंगे, लेकिन यह पूरी सदस्यता निशुल्क होगी। किसी को आम आदमी पार्टी का सदस्य बनने के लिए एक पैसा नहीं देना है। इस तरह से एक महीने में एक करोड़ सदस्य बनाने का हमने लक्ष्य रखा है। राज्यसभा सांसद ने प्रेसवार्ता में चरखारी में प्रधानी के जुलूस में जबरन नचाई गई किशोरी की आत्महत्या को लेकर योगी सरकार को आईना दिखाया। कहा कि वहां खुद भाजपा विधायक प्रकरण में कार्रवाई करने की मांग को लेकर धरने पर बैठने जा रहे हैं। इससे यूपी की कानून व्यवस्था की हालत समझी जा सकती है।
विधानसभा वार मिस्ड कॉल नंबर
इस सदस्यता अभियान में 403 विधानसभा क्षेत्रों के अंदर अलग-अलग मिस्ड कॉल नंबर जारी किया जाएगा। 25 जून से 28 जुलाई तक दीवार लेखन का काम होगा। इस पर मिस्ड कॉल नंबर होगा और आम आदमी पार्टी का सदस्य बनने की अपील होगी। रसीद के संग जो साथी पार्टी का सदस्य बनेंगे विधानसभा वार उनका पूरा डाटा मेंटेन होगा, जिसके आधार पर आगे उनसे बूथ स्तर से लेकर विधानसभा तक की जिम्मेदारी उन लोगों को दी जाएगी।
लक्ष्य केजरीवाल मॉडल पर बात
इस अभियान के जरिये हमारा लक्ष्य है कि हम केजरीवाल जी के मॉडल की चर्चा करें, लोगों को बताएं कि उत्तर प्रदेश को कैसे हम मुफ्त बिजली उपलब्ध करा सकते हैं। हम कैसे उप्र में मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करा सकते हैं। कैसे मुफ्त स्वास्थ्य सेवा मुहैया करा सकते हैं। कैसे हम नौजवानों को नौकरियां और बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दे सकते हैं। हम कैसे विधवा और बुजुर्गों को भत्ता और पेंशन आदि दे सकते हैं। हम बताएंगे कि किस तरह से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था संभाल कर सूबे को औद्योगीकरण एवं विकास के रास्ते पर लाकर लोगों का जीवन स्तर सुधारने का काम करके आम आदमी पार्टी यहां नया इतिहास लिखने का काम करेगी। जहां भी हमारा छोटा बड़ा सम्मेलन होगा, वहां हम दिल्ली के मॉडल को बताने का काम करेंगे।
हर जोन के लिए अलग-अलग प्रभारी
इस अभियान का प्रभार अलग-अलग जोन में अलग-अलग साथियों को सौंपा गया है। प्रदेश सहप्रभारी अभिनव राय, बृजलाल लोधी, शकील मलिक, डॉ प्रशांत वर्मा, डॉ राजेश्वर सिंह, बृज कुमारी और प्रदेश उपाध्यक्ष सोमेंद्र ढाका, सर्वजीत सिंह मक्कड़ भी अभियान के प्रभारी होंगे। इस पूरे अभियान का संचालन की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह और महासचिव दिनेश पटेल पूरे अभियान की मानीटरिंग करेंगे। डाटा मैनेजमेंट का काम प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी, अनिकेत सक्सेन, प्रदेश सह प्रभारी सुधीर भारद्वाज, शशिकांत और तनय तिवारी देखेंगे।
कई प्रकोष्ठों में नियुक्त हुए पदाधिकारी
संजय सिंह ने साथियों को अहम पदों की जिम्मेदारी देने की जानकारी दी। बताया कि कल पायल फाउंडेशन की पायल सिंह पार्टी में शामिल हुईं थीं। वह ट्रांसजेंडर कम्युनिटी से आती हैं और उनके हक की लड़ाई उन्होंने लड़ी है। आम आदमी पार्टी सबको बराबरी देने में विश्वास रखती है। इसीलिए दिल्ली में हमने ट्रांसजेंडर बोर्ड भी बनाया है। उन्हें ट्रांसजेंडर प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया जा रहा है। हमारे साथी विनय पटेल को पंचायत प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा रहा है। प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान लतीफ को प्रबुद्ध प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। देवल कोरी को प्रदेश उपाध्यक्ष और सत्येंद्र कुमार को प्रदेश सचिव बनाया जा रहा है। डॉ. एसपी पांडेय को चिकित्सा प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष और पत्रकार रोहित सक्सेना को प्रदेश प्रवक्ता, राजेंद्र राठी, मोहम्मद अख्तर को प्रदेश सचिव बनाया गया और नरेंद्र श्रीवास्तव को प्रदेश कार्यकारिणी में स्थान दिया गया।
403 विधानसभा क्षेत्रों में नियुक्त होंगे सदस्यता अभियान प्रभारी – सभाजीत सिंह
यूपी जोड़ो अभियान के संबंध में आगे की जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि इस अभियान को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में अभियान के प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी। इस अभियान को मजबूती देने के लिए सांसद उत्तर प्रदेश के कम से कम साठ विधानसभाओं में खुद जाएंगे। हमारे सभी वरिष्ठ पदाधिकारी इसी तरह से अभियान में रुचि लेंगे। हम उत्तर प्रदेश में जो जाति-धर्म की राजनीति है उसके खिलाफ इस अभियान के जरिये गांव-गांव और घर-घर जाएंगे और दिल्ली के केजरीवाल मॉडल की चर्चा करके प्रदेश में बदलाव की इबारत लिखेंगे।