आज के दिन इस नक्षत्र में बन रहा सर्वार्थ सिद्धि योग, दूर होगा सूर्य दोष

आज रविवार को पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. रविवार को पुष्य योग लगने से ये रवि पुष्य योग कहलाता है. 27 नक्षत्रों में 8वां नक्षत्र है पुष्य, इसे श्रेष्ठ और नक्षत्रों का राजा कहा गया है.

रवि पुष्य

ये अन्य नक्षत्रों से अधिक शुभ और सुखद फल देने वाला है. इस दौरान ग्रहों की अशुभता शुभता में बदल जाती है और अच्छे परिणाम देती है. इस साल 2018 में 3 रवि पुष्य और 2 गुरु पुष्य योगों का संयोग बन रहा है.

इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह शनि हैं, जो स्थायित्व के कारक माने जाते हैं.

ज्योतिषशास्त्र में पुष्य नक्षत्र का महत्व

पुष्य नक्षत्र का आकार गाय के थन के समान है, जो इसकी शुभता का प्रमाण है. भगवान राम का जन्म भी इसी नक्षत्र में हुआ था इसलिए इसे धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत शुभ माना गया है.

इस योग में खरीददारी करने, सोना खरीदने, वाहन खरीदने और नया काम शुरू करने के लिए बहुत ही शुभ माना गया है. जो लोग प्रॉपर्टी खरीदना चाह रहे हैं उनके लिए भी यह योग बेहद शुभ रहेगा.

रवि पुष्य योग में लाभ

रविपुष्य योग में विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से पाप कर्मों का प्रभाव कम होता है.

इस योग में लाल गाय को गुड़ और मीठी रोटी खिलाने से आर्थिक परेशानी दूर होती है.

किसी कार्य की सिद्धि के लिए रविपुष्य योग में भगवान के सामने घी का दीपक जलाकर प्रार्थना करना शुभ फलदायी होता है.

तांबे के बर्तन में लाल फूल, दूध, जल और लाल चंदन एवं सिंदूर डालकर सूर्य को जल देने से आरोग्य सुख मिलता है और शत्रुओं का भय दूर होता है.

इस योग में तंत्र-मंत्र की साधना करने से साधना सफल होती है.

बीमार व्यक्तियों का उपचार इस योग में शुरू करने पर लाभ मिलता है.

सूर्य की स्थिति अच्छी नहीं होने पर सूर्य की पूजा इस योग में करने पर सूर्य का दोष दूर होता है.

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